Fraud News: फर्जी शेयर ट्रेडिंग में धोखाधड़ी के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में एक और ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक 12वीं पास साइबर ठग ने एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) से 94 लाख रुपये ठग लिए। यह घटना पश्चिम बंगाल के एक शहर से जुड़ी हुई है, जहां साइबर ठग ने शेयर बाजार में निवेश के नाम पर सीए से बड़ी रकम की ठगी की।
इस ठग ने खुद को एक विशेषज्ञ शेयर ट्रेडिंग सलाहकार के रूप में पेश किया था और सीए को निवेश के अच्छे मौके दिखाकर उन्हें बड़े लाभ का झांसा दिया। धीरे-धीरे उसने सीए से कई बार पैसे हासिल किए और फिर अचानक लापता हो गया। जब सीए ने निवेश की स्थिति की जांच की, तो उन्हें समझ में आया कि यह एक धोखाधड़ी का मामला है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और ठग को गिरफ्तार कर लिया।
यह घटना यह साबित करती है कि कैसे साइबर ठग अपने शिकार को आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार की धोखाधड़ी योजनाओं का इस्तेमाल करते हैं और यह भी दर्शाती है कि निवेशक को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी तरह की वित्तीय लेन-देन से पहले पूरी जानकारी और सत्यापन जरूर करना चाहिए।
इस साइबर ठग ने शेयर मार्केट में भारी मुनाफा दिलाने का झांसा देकर रायपुर के एक चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) से 94 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी ने अपनी कंपनी ‘भाई-भाई’ नाम से बनाई थी, और इसमें निवेश करने के लिए सीए को बहला-फुसला कर उनके पैसे लेकर फरार हो गया था। आरोपी ने बताया कि वह 12वीं तक पढ़ा-लिखा है और उसने इसी आधार पर निवेशकों से पैसे जुटाए थे।
पुलिस ने आरोपी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया और अब वह आरोपी के अन्य साथियों की तलाश में जुटी हुई है। यह मामला रेंज साइबर थाना की टीम द्वारा हल किया गया, जो इस तरह के साइबर अपराधों को पकड़ने में विशेषज्ञता रखती है।
आरोपी ने साइबर ठगी की इस साजिश में ऑनलाइन ट्रेडिंग और निवेश की झूठी योजनाओं का सहारा लिया था, ताकि लोगों को आकर्षित कर सके और उनके पैसे ठग सके।
आरोपी ने 94 लाख रुपये कैसे उड़ाए? जानिए पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक, आशीष कृष्णानी और उनकी पत्नी से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 94 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी हुई थी। आशीष कृष्णानी और उनकी पत्नी ने इस मामले की शिकायत देवेंद्र नगर पुलिस थाने में की थी, जिसके बाद पुलिस ने इस संबंध में अपराध दर्ज किया। इसके बाद, रेंज साइबर थाना की टीम ने मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि ठगी में जो पैसा था, वह पश्चिम बंगाल के बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया था। पुलिस अब इस मामले की गहरी जांच कर रही है ताकि ठगों तक पहुंचा जा सके।
यह खबर छत्तीसगढ़ से संबंधित है, जिसमें 24 परगना, पश्चिम बंगाल में पुलिस टीम ने एक साइबर ठगी के आरोपी अब्दुल रहमान मुल्ला को गिरफ्तार किया। आरोपी अब्दुल रहमान मुल्ला का शिक्षा स्तर 12वीं तक है, और उसे साइबर ठगी में शामिल पाया गया है। पुलिस ने काशीपुर साउथ में छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया और इस मामले में उसके अन्य साथियों की तलाश भी जारी है, जो इस ठगी में शामिल थे। पुलिस ने अब्दुल द्वारा ठगे गए 24 लाख रुपए को होल्ड कर लिया है, ताकि ठगी की राशि वापस की जा सके।
यह घटना साइबर अपराध के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करती है, जिसमें आरोपी केवल एक सामान्य शिक्षा प्राप्त व्यक्ति हो सकता है, फिर भी उसने ठगी के जाल में फंसाकर बड़ी रकम की धोखाधड़ी की।
ठगने का नया तरीका भाई-भाई ने मिलकर बनाई धोखाधड़ी कंपनी
आरोपी ने “भाई-भाई इंटरप्राइजेस” नामक एक कंपनी बनाई थी और इसके माध्यम से एक बैंक खाता खोला। आरोपी अब्दुल और उसके साथी शेयर ट्रेडिंग के नाम पर व्यापारियों और वित्तीय विशेषज्ञों को फंसाते थे। इसके बाद, वे इन लोगों को एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए मजबूर करते थे, जिसके जरिए वे लाखों रुपये का निवेश करवा लेते थे। ठगी की गई राशि को आरोपी ने अपनी कंपनी के खाते में ट्रांसफर कर लिया था। अब आरोपी से पूछताछ की जा रही है और उसके खिलाफ पांच राज्यों में ऑनलाइन ठगी के मामले दर्ज हैं।