Chhattisgarh : आज छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित एक भव्य समारोह में छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति निशान (पुलिस कलर्स अवार्ड-2024) प्रदान किया। यह सम्मान भारत के सशस्त्र बलों को दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
छत्तीसगढ़ पुलिस की असाधारण सेवाओं, बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा के कारण राज्य को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुआ है। विशेष रूप से, छत्तीसगढ़ यह सम्मान प्राप्त करने वाला देश का सबसे युवा राज्य है, जिसने अपने गठन के केवल 24 वर्षों में यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस को इस महान सम्मान पर बधाई दी और कहा कि राष्ट्रपति का पुलिस कलर्स अवार्ड केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि सेवा और कर्तव्य का प्रतीक है। उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस की नक्सलवाद, संगठित अपराध और मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ी गई लड़ाई को अभूतपूर्व बताया। उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने केवल कानून-व्यवस्था को बनाए रखा, बल्कि जनता का विश्वास भी मजबूत किया है।
केंद्रीय और राज्य सरकार इस राज्य को नक्सलमुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं, और उनका विश्वास है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह खात्मा हो जाएगा। यह अवार्ड छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा और उनके मनोबल को और बढ़ाएगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ की पुलिस को राष्ट्रपति निशान से सम्मानित करते हुए कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि यह सम्मान छत्तीसगढ़ पुलिस की कठिन मेहनत, समर्पण और जनता के प्रति उनके प्यार का प्रतीक है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अब वे नक्सलवाद के खात्मे के करीब पहुंचने की ओर अग्रसर हैं। इस पुलिस ने न केवल नक्सलवाद के मोर्चे पर बल्कि कोरोना महामारी के दौरान भी बेहतरीन कार्य किया।
अमित शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस को सराहते हुए नक्सलियों से अपील की कि वे हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौट आएं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने और नक्सल विरोधी अभियान में अपार संघर्ष किया है।
समारोह में गृह मंत्री ने भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। शाह ने कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने का जो कार्य किया, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद-370 को हटाकर और मजबूत किया है। यह कदम भारत की अखंडता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों और अधिकारियों को उनके असाधारण सेवा और जनता के प्रति समर्पण के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सम्मान छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के महज 24 वर्षों में पुलिस बल की उत्कृष्टता का प्रतीक है। यह सम्मान न केवल पुलिस बल का मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि उन्हें और अधिक उत्साही बनाने में भी मदद करेगा।
मुख्यमंत्री ने एंटी-नक्सल ऑपरेशनों में पुलिस की सफलता की सराहना करते हुए बताया कि बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया है। उन्होंने सरकार द्वारा आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी, जिसमें उन्हें प्रशिक्षण, कौशल विकास और प्रतिमाह 10,000 रुपये की स्टाइपेंड जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं।
उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने भी छत्तीसगढ़ पुलिस की साहसिकता और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति निशान का यह अलंकरण पुलिस बल को नई ऊर्जा देगा। पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने भी पुलिस बल की उपलब्धियों और उनके कठिन कार्यों का जिक्र किया।
राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में मुख्य अतिथि अमित शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस को सम्मानित किया और समारोह में तिरंगे गुब्बारों और आतिशबाजी के बीच पुलिस को राष्ट्रपति निशान सौंपा। इस अवसर पर राज्य के कई उच्च अधिकारी और पुलिस प्रशासन के लोग भी उपस्थित थे।