RAIPUR NEWS: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में आयोजित इस चार दिवसीय सांस्कृतिक युवा महोत्सव मड़ई 2024 का समापन समारोह 22 दिसंबर को अपराह्न 04 बजे कृषक सभागार में आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री, जैव प्रौद्योगिकी, आदिम जाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल करेंगे। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा।
मड़ई महोत्सव के आयोजन का उद्देश्य छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखना और युवाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करना है। इस महोत्सव में प्रदेश भर के विभिन्न महाविद्यालयों के छात्रों ने भाग लिया और अपने-अपने सांस्कृतिक हुनर का प्रदर्शन किया। महोत्सव के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे मूक अभिनय, भाषण, लघु नाटिका, रंगोली, पोस्टर मेकिंग, क्ले मॉडलिंग, डिजिटल फोटोग्राफी, एकांकी, देश भक्ति गीत गायन, पश्चिमी एकल गीत गायन और लोक नृत्य जैसी विविधताओं से भरपूर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
मड़ई महोत्सव के तीसरे दिन विश्वविद्यालय के विभिन्न सभागृहों और प्रेक्षागृहों में विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। मूक अभिनय और भाषण प्रतियोगिताओं में छात्रों ने अपनी भावनाओं और विचारों को प्रभावशाली तरीके से व्यक्त किया। लघु नाटिका प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने नाटक के माध्यम से सामाजिक मुद्दों को उजागर किया, जो सभी के लिए सोचने योग्य थे। रंगोली और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं में छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और कला कौशल का प्रदर्शन किया, वहीं क्ले मॉडलिंग और डिजिटल फोटोग्राफी में छात्रों ने अपने तकनीकी और दृश्य कला कौशल को उकेरा।
लोक नृत्य प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की संस्कृति की विविधता और समृद्धि को दिखाया गया। पंथी, कर्मा, अबूझमाड़िया और मुरिया जैसे विभिन्न लोक नृत्यों में छात्रों ने अपनी पारंपरिक धुनों पर थिरकते हुए छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाया। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों के बीच अपार उत्साह और जोश भर दिया। मांदर की थाप पर थिरकते कदमों की लय-ताल ने न केवल मंच को जीवंत किया बल्कि दर्शकों को भी झूमने पर मजबूर कर दिया।
मड़ई महोत्सव में शामिल छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियों से यह साबित कर दिया कि वे न केवल अपनी शिक्षा में, बल्कि सांस्कृतिक क्षेत्र में भी अत्यधिक प्रतिभाशाली हैं। इस महोत्सव ने छात्रों को सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अवसर प्रदान किया, जिससे वे अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ सके और साथ ही साथ अन्य प्रदेशों की संस्कृतियों से भी परिचित हो सके। महोत्सव के दौरान विशेष रूप से छत्तीसगढ़ की लोकसंस्कृति को प्रमुखता दी गई, जो कि राज्य के युवाओं के बीच अपनी संस्कृति के प्रति गर्व और सम्मान की भावना को उत्पन्न करने में सफल रहा।
समापन समारोह में विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा, जो इस महोत्सव के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राएं होंगे। यह कार्यक्रम युवाओं को प्रेरित करने का काम करेगा, ताकि वे न केवल अपने अकादमिक जीवन में, बल्कि सांस्कृतिक गतिविधियों में भी अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर सकें। समापन समारोह के बाद मड़ई 2024 का आयोजन अपनी सफलता के साथ समाप्त होगा, और यह निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बनेगा।