Meghalaya bypoll results 2024: मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा की पत्नी मेहताब चांदी संगमा ने पश्चिम गारो हिल्स जिले के गामबगरे विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव जीत लिया है, यह जानकारी अधिकारियों ने शनिवार (23 नवंबर 2024) को दी। मेहताब चांदी संगमा, जो राष्ट्रीय पीपुल्स पार्टी (NPP) की उम्मीदवार थीं, ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की साधीरानी म. संगमा को 4594 वोटों से हराया।
गामबगरे विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की यह जीत मेहताब चांदी संगमा के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम है, खासकर जब से वह मुख्यमंत्री के परिवार से जुड़ी हुई हैं। इस जीत ने न केवल उनके राजनीतिक करियर को बल दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि मेघालय में NPP का प्रभाव बढ़ रहा है। मेहताब की यह जीत पार्टी और उनके समर्थकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि यह क्षेत्र पहले से ही गारो हिल्स क्षेत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है।
कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों के उम्मीदवारों को हराकर मेहताब ने साबित कर दिया कि उनकी चुनावी रणनीतियां और पार्टी का जनता के बीच प्रभाव बहुत मजबूत है। 4594 वोटों की उनकी जीत ने विपक्षी दलों को संदेश दिया कि NPP के उम्मीदवार की लोकप्रियता और समर्थन में कोई कमी नहीं है। चुनाव में मेहताब चांदी संगमा ने न केवल अपनी पार्टी के पक्ष में समर्थन जुटाया, बल्कि उन्होंने स्थानीय मुद्दों और विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी स्पष्ट किया।
गामबगरे में उपचुनाव की स्थिति ने इस क्षेत्र में राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया था, और मेहताब की जीत ने इस हलचल को सांतिपूर्वक रूप में परिणत कर दिया। उपचुनाव के दौरान मेहताब चांदी संगमा ने कई स्थानीय मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं, और ग्रामीण विकास। उनका यह सशक्त नेतृत्व और जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें इस चुनावी संघर्ष में विजयी बना दिया।
उपचुनाव के परिणाम से NPP के लिए एक सकारात्मक संदेश गया है और पार्टी को उम्मीद है कि यह जीत आगामी विधानसभा चुनावों में भी उनके पक्ष में परिणाम लाएगी। मेहताब चांदी संगमा की जीत ने यह भी दर्शाया कि मेघालय में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व का प्रभाव भी बढ़ रहा है। उनकी जीत ने राज्य की राजनीति में महिलाओं के योगदान को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है।
साधीरानी म. संगमा, जो तृणमूल कांग्रेस (TMC) की उम्मीदवार थीं, उन्हें मेहताब से कुछ कम वोट मिले। हालांकि, उनका संघर्ष भी सराहनीय था, और उन्होंने भी अपनी पार्टी की ओर से पूरी ताकत लगा दी थी। गामबगरे के मतदाताओं ने दोनों उम्मीदवारों के बीच चुनावी मुकाबला देखा, और अंत में मेहताब चांदी संगमा ने सबसे अधिक वोट प्राप्त कर जीत दर्ज की।
यह उपचुनाव मेघालय के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखा जाएगा, और इससे राज्य की राजनीति में महिला उम्मीदवारों की बढ़ती भागीदारी की संभावना को भी बल मिलेगा। मेहताब चांदी संगमा की जीत को एक उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है, जहां नेतृत्व, नीति, और समर्पण के माध्यम से महिला उम्मीदवारों ने अपने-अपने क्षेत्रों में सफलता प्राप्त की है।