Share Market Today: भारतीय शेयर बाजार ने आज, 24 दिसंबर 2024 को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बीच लाल निशान में अपनी दिनचर्या समाप्त की। बाजार में गिरावट का मुख्य कारण किसी नए सकारात्मक ट्रिगर का अभाव और छुट्टियों के मौसम में कारोबारी गतिविधियों का कम होना बताया जा रहा है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 67 अंकों की गिरावट देखी गई और यह 67 अंक घटकर बंद हुआ, जबकि निफ्टी ने 23,750 के नीचे अपना समापन किया। इस उतार-चढ़ाव के कारण निवेशकों को करीब 43,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
आज के कारोबारी दिन में पूरे बाजार का रुख नकारात्मक था। जहां एक ओर बाजार ने शुरूआत में कुछ हल्की बढ़त दिखाई, वहीं बाद में निरंतर गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने अंत तक अपने ऊपरी स्तर को बचाए रखने की कोशिश की, लेकिन निवेशकों के संकोच और बिकवाली दबाव के कारण दोनों प्रमुख सूचकांकों में गिरावट आई।
इस दिन की गिरावट के प्रमुख कारणों में से एक छुट्टियों का मौसम था, जिससे बाजार में ट्रे़डिंग वॉल्यूम में कमी आई। आम तौर पर इस समय के दौरान कई निवेशक छुट्टियों का आनंद लेने के लिए बाजार से बाहर रहते हैं, जो बाजार में गतिविधि की कमी का कारण बनता है। इसके अलावा, बाजार में कोई नया सकारात्मक ट्रिगर न होने से निवेशकों में संकोच और चिंता की स्थिति बनी रही।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय कोई महत्वपूर्ण वैश्विक या घरेलू घटनाक्रम नहीं हो रहा है, जिससे बाजार को दिशा मिल सके। अधिकांश निवेशक मौजूदा बाजार की स्थितियों को समझने की कोशिश कर रहे हैं और उन पर अधिक जोखिम नहीं लेने की योजना बना रहे हैं। नतीजतन, उनके पास खरीदारी की ताकत कम रही, और बिकवाली दबाव बढ़ा।
इसके अलावा, तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव, डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट, और वैश्विक आर्थिक अस्थिरता जैसे कई अन्य वैश्विक घटनाक्रमों का भी भारतीय शेयर बाजार पर असर पड़ता है। हालांकि, घरेलू मोर्चे पर भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता और सरकारी प्रयासों से बाजार में लम्बे समय में सुधार की उम्मीदें बनी रहती हैं।
शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार की वर्तमान स्थिति अस्थायी हो सकती है, और आने वाले महीनों में जब छुट्टियों का मौसम खत्म होगा और कारोबारी गतिविधियां सामान्य होंगी, तब बाजार में एक नई दिशा देखने को मिल सकती है। वहीं, निवेशकों को भी बाजार की अस्थिरता के बावजूद लंबी अवधि के लिए निवेश करने का सुझाव दिया जा रहा है।
आखिरकार, भारतीय शेयर बाजार का यह उतार-चढ़ाव भरा दिन निवेशकों के लिए एक चेतावनी के रूप में कार्य कर सकता है, जो जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें और बाजार के सामान्य होने का इंतजार करें। इस समय निवेशकों को धैर्य रखने की जरूरत है, क्योंकि दीर्घकालिक दृष्टिकोण से भारतीय शेयर बाजार में कई अवसर हो सकते हैं।
सारांश में, भारतीय शेयर बाजार आज के कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुआ, और इसमें प्रमुख कारण छुट्टियों का सीजन और नए सकारात्मक ट्रिगर का अभाव रहे। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहने और बाजार के सामान्य होने का इंतजार करने की सलाह दी जा रही है।