Mahasamund : 80 हजार का गांजा तस्करी करते दो आरोपी गिरफ्तार

Mahasamund : महासमुंद जिले के बलौदा थाना क्षेत्र में स्थित सिरपुर इलाके में उड़ीसा बॉर्डर से गांजा तस्करी करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार करने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर की गई, जिसमें एंटी टास्क फोर्स ने गांजा तस्करी के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 4 किलो गांजा बरामद किया। गांजे की कीमत करीब 80 हजार रुपये बताई जा रही है।

पुलिस ने जो दो तस्करों को गिरफ्तार किया है, उनमें नीलेश साव और राजकुमार बारीक नामक युवक शामिल हैं। नीलेश साव, जिनकी उम्र 22 वर्ष है, बिलासपुर जिले का निवासी है, जबकि राजकुमार बारीक 25 वर्षीय युवक है और वह महल पारा, सरायपाली का रहने वाला है। दोनों आरोपी गांजा तस्करी के कारोबार में शामिल थे और उड़ीसा बॉर्डर से गांजा लाकर इसे अन्य स्थानों पर बेचने का काम करते थे।

एंटी टास्क फोर्स ने इन तस्करों को उस समय पकड़ा जब वे अपनी होंडा साइन मोटरसाइकिल पर सवार होकर गांजा लेकर जा रहे थे। पुलिस ने उनकी गतिविधियों पर नजर रखी और सही मौके पर कार्रवाई की। गिरफ्तार तस्करों के पास से जब तलाशी ली गई तो वहां से 4 किलो गांजा बरामद हुआ। गांजे की कीमत करीब 80 हजार रुपये थी, जो एक बड़ी मात्रा मानी जाती है।

पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह गांजा तस्करी के बड़े नेटवर्क को उजागर करने की दिशा में एक अहम कदम है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत कार्रवाई की है, जो मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध कारोबार को रोकने के लिए लागू किया जाता है।

महासमुंद जिले में अपराधों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने एक एंटी टास्क फोर्स का गठन किया था, जो जिले में बढ़ते अपराधों को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहा है। एंटी टास्क फोर्स ने पहले भी कई मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य अपराधों पर कड़ी नजर रखी है और इस मामले में भी उन्होंने अपनी मुस्तैदी दिखाई।

यह गिरफ्तारियां और बरामदगी पुलिस की सक्रियता और एंटी टास्क फोर्स की तत्परता का परिणाम हैं। पुलिस अब इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है, ताकि इस तस्करी नेटवर्क के अन्य हिस्सों का भी खुलासा हो सके। पुलिस का मानना है कि गांजा तस्करी में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है।

इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि गांजा तस्करी एक बड़ा अपराध बन चुका है, जो विभिन्न राज्य सीमाओं के बीच सक्रिय है। इसे रोकने के लिए पुलिस और अन्य संबंधित एजेंसियों को मिलकर काम करना होगा। पुलिस की कार्रवाई ने यह दिखा दिया है कि प्रशासन इस प्रकार के अपराधों के खिलाफ सख्त है और हर हाल में अपराधियों को पकड़ने के लिए तत्पर है।

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