Big Stock: अनुज सिंघल ने हाल ही में एक बयान में कहा कि शेयर बाजार वर्तमान में एक मजबूत और सकारात्मक मोमेंटम (गति) में है। उनका कहना था कि हाल के समय में शेयरों में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला है, जो निवेशकों के लिए अच्छा संकेत हो सकता है। विशेष रूप से 50 WMA (वेटेड मूविंग एवरेज) के स्तर पर एक मजबूत सपोर्ट (समर्थन) बन रहा है, जिससे खरीदारी में मजबूती आई है। इसका मतलब यह है कि जिस स्तर पर यह सपोर्ट दिख रहा है, वहां से शेयर की कीमत में स्थिरता या वृद्धि की संभावना बढ़ जाती है।
अनुज सिंघल ने यह भी बताया कि शेयर ने 20 WEMA (वेटेड एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) के पार निकलने में सफलता प्राप्त की है। WEMA एक प्रकार का मूविंग एवरेज है, जिसमें हाल की कीमतों को अधिक वेटेज (महत्व) दिया जाता है। जब शेयर की कीमत WEMA के ऊपर जाती है, तो यह संकेत होता है कि शेयर में ऊपर की दिशा में बदलाव आ सकता है और यह एक सकारात्मक संकेत माना जाता है। 20 WEMA के पार निकलने का मतलब है कि शेयर में एक नया तेजी का रुझान शुरू हो सकता है।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दो दिनों से अच्छे डिलिवरी (वितरण) खरीदारी हो रही है। डिलिवरी खरीदारी का मतलब है कि खरीदी गई शेयरों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है और ये शेयर निवेशकों के पास लंबे समय तक रखे जा रहे हैं, न कि जल्दी बेचने के लिए। यह संकेत करता है कि निवेशक शेयरों में स्थिरता और दीर्घकालिक लाभ की उम्मीद करते हुए इन्हें अपने पास रख रहे हैं। अच्छे डिलिवरी खरीदारी का अर्थ यह भी हो सकता है कि बाजार में विश्वास बढ़ रहा है और निवेशकों को विश्वास है कि इन शेयरों में भविष्य में और वृद्धि हो सकती है।
शेयर बाजार में जब कोई स्टॉक एक अच्छे मोमेंटम में होता है, तो इसका मतलब यह होता है कि शेयर की कीमत में वृद्धि की संभावना अधिक होती है। निवेशक इस समय का उपयोग करते हुए अधिक से अधिक निवेश करने की योजना बनाते हैं। अनुज सिंघल का यह बयान बाजार के सकारात्मक रुझान को दिखाता है और यह सुझाव देता है कि निवेशकों को इस समय का लाभ उठाना चाहिए। 50 WMA और 20 WEMA जैसे तकनीकी संकेतक निवेशकों को सही समय पर निर्णय लेने में मदद करते हैं। जब कोई शेयर इन स्तरों के ऊपर ट्रेड करता है, तो यह एक मजबूत संकेत हो सकता है कि शेयर में स्थिरता और संभावित वृद्धि देखने को मिल सकती है।
इस स्थिति को और स्पष्ट करने के लिए यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डिलिवरी खरीदारी का बढ़ना बाजार में विश्वास को दर्शाता है। जब लोग शेयरों को खरीदने के बाद लंबे समय तक रखते हैं, तो यह दर्शाता है कि वे इसके भविष्य के प्रदर्शन को लेकर आशावादी होते हैं। निवेशकों के मनोविज्ञान को समझते हुए यह कहा जा सकता है कि जब बाजार में इस तरह के सकारात्मक संकेत होते हैं, तो यह दूसरे निवेशकों को भी आकर्षित करता है, जिससे बाजार में और अधिक खरीदारी हो सकती है।
अंत में, अनुज सिंघल का यह बयान हमें यह समझने में मदद करता है कि शेयर बाजार में फिलहाल एक मजबूत स्थिति है, जिसमें तकनीकी संकेतकों और डिलिवरी खरीदारी के आधार पर एक सकारात्मक रुझान देखा जा रहा है। निवेशकों को इस समय के लाभ का उपयोग करते हुए अपनी निवेश योजनाओं को सावधानीपूर्वक तैयार करना चाहिए और सही समय पर निवेश निर्णय लेने चाहिए।