CG TRAIN NEWS: रायपुर-दुर्ग सेक्शन में 28 दिसंबर 2024 से 29 दिसंबर 2024 तक कुल 26 घंटों का नॉन इंटरलॉकिंग अपग्रेड कार्य किया जाएगा। यह कार्य सरोना और कुम्हारी के बीच किया जाएगा, जो कि रेलवे ट्रैक के उन्नयन और सुधार के उद्देश्य से महत्वपूर्ण है। इस कार्य के दौरान यात्रीगणों को कुछ असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इससे कुछ गाड़ियों का परिचालन प्रभावित रहेगा।
नॉन इंटरलॉकिंग कार्य एक प्रकार का रेलवे सुधार प्रक्रिया है जिसमें रेल ट्रैक के विभिन्न भागों को एकीकृत किया जाता है ताकि उनकी कार्यक्षमता और सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सके। इस प्रक्रिया के दौरान रेलवे कर्मचारियों द्वारा ट्रैक के साथ-साथ सिग्नल और अन्य सुरक्षा तंत्र को भी अपग्रेड किया जाएगा, ताकि भविष्य में दुर्घटनाओं के खतरे को कम किया जा सके और ट्रेन संचालन को अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाया जा सके।
इस अपग्रेडेशन के कारण कुछ ट्रेनें रद्द की गई हैं और कुछ का मार्ग परिवर्तित किया गया है। उदाहरण स्वरूप, गाड़ी संख्या 08279, जो कोरबा-रायपुर पैसेंजर मेमू है, वह 27 और 28 दिसंबर को पूरी तरह से रद्द कर दी गई है। इसके अलावा, गाड़ी संख्या 08262 रायपुर-बिलासपुर पैसेंजर ट्रेन भी 28 और 29 दिसंबर को रद्द की गई है। इसके परिणामस्वरूप, इन तारीखों में यात्रा करने वाले यात्री प्रभावित होंगे और उन्हें वैकल्पिक साधनों के बारे में जानकारी प्राप्त करनी होगी।
इसके अलावा, कुछ गाड़ियों के मार्ग में भी बदलाव किया गया है। गाड़ी संख्या 08862 झारसुगुड़ा-गोंदिया मेमू पैसेंजर 28 दिसंबर को बिलासपुर में समाप्त हो जाएगी। इसका मतलब यह है कि यह ट्रेन झारसुगुड़ा से गोंदिया के बजाय केवल बिलासपुर तक ही चलेगी, और बिलासपुर से गोंदिया के बीच कोई भी ट्रेन सेवा उपलब्ध नहीं होगी। इसी तरह, गाड़ी संख्या 08861 गोंदिया-झारसुगुड़ा मेमू पैसेंजर भी 28 दिसंबर को गोंदिया के स्थान पर बिलासपुर से झारसुगुड़ा के लिए रवाना की जाएगी। इस ट्रेन के गोंदिया-बिलासपुर के बीच का मार्ग भी रद्द रहेगा, और यह बिलासपुर से झारसुगुड़ा के लिए संचालित होगी।
इस दौरान रेलवे विभाग ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा की योजना बनाने से पहले संबंधित ट्रेन सेवाओं की स्थिति और मार्ग परिवर्तन के बारे में रेलवे से जानकारी प्राप्त करें। इसके अलावा, यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी गई है, ताकि उनकी यात्रा में कोई और परेशानी न हो।
रेलवे द्वारा इस प्रकार के सुधार कार्यों का उद्देश्य ट्रेनों की सुरक्षा, गति और दक्षता को बेहतर बनाना है। हालांकि, इस प्रक्रिया के दौरान कुछ असुविधाएं हो सकती हैं, लेकिन यह बदलाव लंबी अवधि में यात्रियों के लिए लाभकारी साबित होंगे। रेलवे विभाग ने यात्रियों से सहयोग की अपेक्षा की है और उनके द्वारा की गई असुविधाओं के लिए खेद व्यक्त किया है।
इस सुधार कार्य के बाद, रायपुर-दुर्ग सेक्शन में ट्रेनों का संचालन और भी अधिक सुरक्षित और सटीक तरीके से होगा, जिससे क्षेत्रीय यातायात में सुधार की संभावना है।