CG NEWS: यह लेख जांजगीर-चाम्पा जिले के अकलतरा ब्लॉक के ग्राम सराईपाली के नवनीत साहू की कहानी को प्रस्तुत करता है, जिन्होंने अगरबत्ती उद्योग में स्वरोजगार को अपनाया है और इस क्षेत्र में एक सफल व्यवसायी के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने अगरबत्ती उद्योग की स्थापना कर न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की करीब 20 महिलाओं को रोजगार भी प्रदान किया है।
नवनीत साहू ने भारत सरकार की आत्मनिर्भर मिशन के तहत अगरबत्ती की फैक्ट्री स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना का लाभ उठाया। उन्होंने 15 लाख रुपये का ऋण लिया, जो स्वीकृत होने के बाद उन्होंने खलीलाबाद इंडस्ट्रियल एरिया में अपनी पहली अगरबत्ती फैक्ट्री शुरू की। इस फैक्ट्री में शुरुआत में एक मशीन से अगरबत्ती का उत्पादन किया गया। फैक्ट्री में काम करने वाली 13 महिलाएं बांस की तिली और अगरबत्ती के कच्चे माल को तैयार करती हैं और इसके बदले में हर महिला रोजाना 150-200 रुपये कमा रही हैं। इसके अलावा, छह से सात लोग मार्केटिंग से जुड़े हुए हैं।
अगरबत्ती उद्योग में यहां काफी संभावनाएं हैं, क्योंकि इस उद्योग के उत्पादों की बिक्री जांजगीर-चाम्पा सहित आसपास के अन्य जिलों में भी हो रही है। इस उद्योग के कारण स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है और उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने का मौका मिल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री सृजन योजना, युवाओं के लिए वरदान साबित हो रही हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन पा रहे हैं।