CG NEWS: निकाय चुनाव के शांतिपूर्वक संपन्न होने के बाद अब प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। इस चुनावी संग्राम में ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत (ब्लॉक) और जिला पंचायत के प्रतिनिधियों का चयन किया जाएगा। प्रदेश सरकार और निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव को तीन चरणों में संपन्न कराने का निर्णय लिया है, जिससे चुनाव प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी हो सके और मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
चुनाव कार्यक्रम और चरणबद्ध प्रक्रिया
त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव तीन चरणों में संपन्न होंगे, जिसमें पहले चरण में ग्राम पंचायत के प्रधान और वार्ड सदस्यों का चुनाव होगा। दूसरे चरण में क्षेत्र पंचायत (ब्लॉक) के प्रतिनिधियों का चुनाव होगा, और अंत में तीसरे चरण में जिला पंचायत के सदस्यों का चुनाव होगा। चुनाव आयोग जल्द ही विस्तृत कार्यक्रम जारी करेगा, जिसमें नामांकन, मतदान और मतगणना की तिथियां निर्धारित होंगी।
चुनाव में भागीदारी और प्रशासन की तैयारियां
इस बार पंचायत चुनाव में बड़ी संख्या में उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
राजनीतिक सरगर्मियां तेज
निकाय चुनाव के बाद अब पंचायत चुनाव में भी विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। स्थानीय स्तर पर प्रत्याशियों ने जनता से संपर्क साधना शुरू कर दिया है और विकास के मुद्दों को लेकर वोट मांग रहे हैं।
निष्कर्ष
त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव न केवल ग्रामीण राजनीति का भविष्य तय करेंगे, बल्कि स्थानीय विकास की दिशा भी निर्धारित करेंगे। निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है, वहीं मतदाता भी अपने जनप्रतिनिधियों के चयन के लिए तैयार हैं। अब देखना होगा कि इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में कौन बाजी मारता है और ग्रामीण विकास की जिम्मेदारी संभालता है।