CG NEWS: सुशील मौर्य ने चुनाव तारीख बढ़ाने को संदेहास्पद बताते हुए इसे एक विवादास्पद कदम करार दिया। उनका कहना था कि इस तरह के फैसले से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठ सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव की तारीखों में बदलाव को चुनावी रणनीति के रूप में देखा जा सकता है, जिसका उद्देश्य राजनीतिक लाभ उठाना हो सकता है। सुशील मौर्य ने इसे लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ बताया और सरकार से इस निर्णय की समीक्षा करने की मांग की।
भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के नेता सुशील मौर्य ने हाल ही में चुनाव की तारीखों को बढ़ाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे संदेहास्पद करार दिया और कहा कि यह निर्णय राजनीतिक फायदे के लिए किया जा सकता है। मौर्य ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा चुनावों की तारीख में संशोधन से लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है, और इससे निष्पक्ष चुनाव कराने की संभावना कम हो सकती है। उनका कहना था कि चुनाव की तारीखों में बदलाव से विपक्षी दलों को असमान अवसर मिल सकते हैं और इससे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी हो सकती है। सुशील मौर्य ने यह भी कहा कि अगर चुनाव की तारीखें बदली जाती हैं, तो यह लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ होगा।