CG NEWS: आठवें सम्मेलन में हल्बी-भतरी और छत्तीसगढ़ी के आपसी संबंधों पर चर्चा

CG NEWS: आठवें सम्मेलन में हल्बी-भतरी और छत्तीसगढ़ी भाषाओं के आपसी संबंधों पर गहन चर्चा की गई। इस सम्मेलन में भाषा विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और स्थानीय विद्वानों ने भाग लिया और इन भाषाओं की समानताओं, भिन्नताओं और पारस्परिक प्रभावों पर विचार-विमर्श किया।

विशेषज्ञों ने बताया कि हल्बी-भतरी और छत्तीसगढ़ी, दोनों ही भाषाएं छत्तीसगढ़ और उसके आस-पास के क्षेत्रों में प्रचलित हैं और इनमें कई समान शब्दावली, व्याकरणिक संरचनाएँ और सांस्कृतिक पहलू देखे जाते हैं। यह चर्चा इस बात पर केंद्रित थी कि किस प्रकार ये भाषाएं एक-दूसरे को प्रभावित करती हैं और किस हद तक उनकी संरचना एक-दूसरे से मिलती-जुलती है।

सम्मेलन में इन भाषाओं के साहित्य, लोकगीतों और बोलचाल की शैली पर भी चर्चा की गई। विद्वानों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भाषा केवल संचार का माध्यम नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर भी होती है। इस संदर्भ में, यह भी चर्चा हुई कि इन भाषाओं को संरक्षित करने और नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

अंत में, सम्मेलन के दौरान यह निष्कर्ष निकला कि हल्बी-भतरी और छत्तीसगढ़ी के बीच घनिष्ठ संबंध हैं और इन्हें सहेजने के लिए भाषाविदों, शिक्षकों और स्थानीय प्रशासन को मिलकर काम करना चाहिए।

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