CG NEWS: छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के कवर्धा से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां पंचायत चुनाव में निर्वाचित हुई महिला पंचों की जगह उनके पतियों ने शपथ ले ली। यह मामला लोकतंत्र और महिला सशक्तिकरण की अवधारणा पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। पंचायत सचिव की लापरवाही के कारण यह घटना घटी, जहां पुरुषों ने अपनी पत्नियों की ओर से शपथ पत्र थाम लिया और विधिवत शपथ भी ग्रहण कर ली।
कैसे हुआ यह खुलासा
कबीरधाम जिले के पंडरिया ब्लॉक के परसवारा ग्राम पंचायत में 12 पंचों का चुनाव हुआ था, जिसमें 6 महिलाएं और 6 पुरुष निर्वाचित हुए थे। सोमवार को आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में निर्वाचित महिला पंच खुद न आकर उनके पति पहुंचे और उन्होंने ही शपथ ले ली। इस पूरी घटना का वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद मामला तूल पकड़ने लगा।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, जिला प्रशासन हरकत में आ गया। जिला पंचायत के सीईओ अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से इस घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद जनपद पंचायत सीईओ को मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
जनपद पंचायत पंडरिया के सीईओ तरुण बघेल ने बताया कि इस लापरवाही के लिए ग्राम पंचायत के सचिव प्रवीण ठाकुर को नोटिस जारी किया गया है और उनसे जवाब मांगा गया है। इसके अलावा, एक अलग जांच टीम भी गठित की गई है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
ग्राम पंचायत सचिव की सफाई
जब पंचायत सचिव प्रवीण ठाकुर से इस बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि उन्होंने महिला पंचों के पतियों को शपथ नहीं दिलाई, बल्कि वे खुद ही खड़े हो गए थे। उन्होंने आगे कहा कि महिला पंचों को 8 तारीख को औपचारिक रूप से शपथ दिलाई जाएगी।
महिला सशक्तिकरण पर सवाल
यह घटना न केवल पंचायत प्रणाली की कमजोरियों को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि महिलाओं को आरक्षण देने के बावजूद असल में उन्हें अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। यह मामला यह भी दर्शाता है कि कैसे समाज में अभी भी पुरुष प्रधान मानसिकता बनी हुई है, जहां महिलाओं को उनके अधिकारों से दूर रखा जाता है।
अब देखना यह होगा कि इस मामले में प्रशासन क्या ठोस कदम उठाता है और क्या दोषियों पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं।