CG NEWS: छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के बाद अब जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल इस चुनाव को लेकर अपनी रणनीति तैयार करने में जुटे हैं। लेकिन इसी बीच भाजपा में असंतोष के स्वर उठने लगे हैं।
भाजपा समर्थित जनपद क्षेत्र क्रमांक 19 की सदस्य प्रेमलता नागवंशी ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद को लेकर पार्टी के निर्णय पर नाराजगी जाहिर करते हुए इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर नौसिखियों के दबाव में फैसले लिए हैं।
पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप
प्रेमलता नागवंशी ने प्रेस वार्ता में खुलकर अपनी पीड़ा व्यक्त की और पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि भाजपा को नगरी जनपद पंचायत में बहुमत प्राप्त था, इसके बावजूद पार्टी ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए उन उम्मीदवारों को चुना जिन्होंने निर्दलीय रूप से भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
उन्होंने इस फैसले को वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करार दिया और कहा कि भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है।
“मैंने 20-25 साल सेवा की, फिर भी दरकिनार किया गया”
प्रेमलता नागवंशी ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा,
“मैं पिछले 20-25 वर्षों से भाजपा के लिए मेहनत कर रही हूँ। इस बार भी भाजपा समर्थित प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतकर आई, लेकिन पार्टी के कुछ पदाधिकारियों ने वरिष्ठ नेताओं से सलाह-मशविरा किए बिना ही फैसले ले लिए।”
उन्होंने आगे कहा कि जो लोग पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ खड़े हुए थे, उन्हें ही प्रमुख पद सौंप दिए गए, जबकि समर्पित और पुराने कार्यकर्ताओं को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया।
पार्टी की छवि को नुकसान
प्रेमलता नागवंशी ने चेतावनी दी कि इस तरह की कार्यशैली से भाजपा की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने कहा,
“जब पार्टी को अपने बहुमत का पूरा अधिकार था, तो फिर मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर बागियों को क्यों चुना गया?”
भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश का बयान
इस पूरे मामले पर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“प्रेमलता नागवंशी पार्टी की निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। उनकी नाराजगी जल्द ही दूर कर ली जाएगी। पार्टी अपने सभी निर्णय वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श के बाद ही ले रही है और किसी भी तरह का कोई दबाव नहीं है।”
भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष का माहौल
प्रेमलता नागवंशी के इस्तीफे के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ गया है। कई कार्यकर्ता उनके समर्थन में आगे आए हैं और पार्टी नेतृत्व से निष्पक्ष निर्णय लेने की मांग कर रहे हैं।
अब देखना होगा कि क्या भाजपा नेतृत्व प्रेमलता नागवंशी को मनाने की कोशिश करता है या पार्टी में असंतोष और गहराता है। इस घटनाक्रम का आगामी पंचायत चुनावों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह भी दिलचस्प होगा।