SARKARI YOJANA: प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PM Dhan Dhanya Krishi Yojana) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य देश के कृषि क्षेत्र में सुधार करना और किसानों की आय में वृद्धि करना है। इस योजना की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2025-26 के दौरान की थी।
योजना के मुख्य उद्देश्य:
- कृषि उत्पादकता में वृद्धि: आधुनिक कृषि तकनीकों और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाकर फसल उत्पादन को बढ़ावा देना।
- सिंचाई सुविधाओं का विकास: कुशल जल प्रबंधन के माध्यम से सिंचाई अवसंरचना में सुधार करना, जिससे किसानों की मानसून पर निर्भरता कम हो।
- वित्तीय सहायता की उपलब्धता: किसानों को दीर्घकालिक और अल्पकालिक ऋण प्रदान करना, ताकि वे अपनी कृषि गतिविधियों में आवश्यक निवेश कर सकें।
- फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन: किसानों को विभिन्न प्रकार की फसलों की खेती के लिए प्रेरित करना, जिससे उनकी आय के स्रोत विविध हों और जोखिम कम हो।
- भंडारण सुविधाओं का विस्तार: पंचायत और ब्लॉक स्तर पर फसल कटाई के बाद के भंडारण अवसंरचना में सुधार करना, ताकि फसल की बर्बादी कम हो और किसानों को अपनी उपज के लिए बेहतर मूल्य मिल सके।
लक्षित क्षेत्र और लाभार्थी:
इस योजना के तहत, कम उत्पादकता वाले 100 जिलों को चुना गया है, जहां कृषि उत्पादन अपेक्षाकृत कम है। इन जिलों में लगभग 1.7 करोड़ किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
प्रमुख विशेषताएं:
- आधुनिक कृषि तकनीकों का समावेश: परिशुद्ध खेती, उन्नत सिंचाई पद्धतियाँ, और जलवायु-अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देना।
- बुनियादी ढांचे का विकास: फसल कटाई के बाद के भंडारण, गोदाम, और रसद सुविधाओं में सुधार करना, जिससे फसल की बर्बादी कम हो और किसानों को बेहतर मूल्य प्राप्त हो।
- वित्तीय सहायता: किसानों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार अल्पकालिक और दीर्घकालिक ऋण प्रदान करना, जिससे वे अपनी कृषि गतिविधियों में निवेश कर सकें।
बजटीय आवंटन:
केंद्रीय बजट 2025-26 में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय को ₹1.37 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो पिछले बजट की तुलना में 4% अधिक है। इसमें से एक हिस्सा प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के विभिन्न घटकों को लागू करने के लिए निर्धारित किया गया है।
महत्व:
यह योजना भारतीय कृषि में परिवर्तन लाने, किसानों की आजीविका में सुधार करने, और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से, सरकार का उद्देश्य कृषि क्षेत्र को अधिक उत्पादक, टिकाऊ, और जलवायु-अनुकूल बनाना है।
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के माध्यम से, सरकार किसानों को आवश्यक संसाधन और समर्थन प्रदान करके उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का प्रयास कर रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और देश की खाद्य सुरक्षा में योगदान दे सकें।प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना: