Madhya Pradesh : सनातन सर्वधर्म भैरव भक्ति महोत्सव के अंतर्गत 84,000 वर्गफुट में बनाई गई अद्भुत रंगोली ने नीमच का नाम एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करा दिया है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि 22 नवंबर को हासिल की गई, जब इंदौर की कलाकार शिखा शर्मा जोशी और उनकी टीम ने इस रंगोली का निर्माण पूरा किया। इस कार्य का मार्गदर्शन राष्ट संत डॉ. वसंत विजय जी महाराज ने किया। रंगोली की यह विशाल और खूबसूरत रचना भक्ति, कला और सांस्कृतिक धरोहर का अनोखा प्रतीक बन गई है, जो पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का कारण है।
यह विशाल रंगोली 84,000 वर्गफुट के क्षेत्रफल में बनाई गई है, जिसे पूरा करने में 100 घंटे का समय लगा। इस रंगोली का वजन 26 टन था और इसमें देश के 28 राज्यों के 100 महापुरुषों, क्रांतिकारियों, संतों और नेताओं के चित्र बनाए गए थे।
एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी नरविजय यादव ने नीमच पहुंचकर रंगोली का निरीक्षण किया। उन्होंने ड्रोन के माध्यम से रंगोली का परीक्षण किया और इसे विश्व की सबसे बड़ी रंगोली के रूप में मान्यता दी। इसके बाद, दशहरा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में विधायक दिलीपसिंह परिहार को पदक पहनाया गया, जबकि कार्यक्रम संयोजक राकेश पप्पू जैन को प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अद्वितीय उपलब्धि की सराहना करते हुए कलाकार शिखा शर्मा जोशी और उनकी टीम को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस विशाल रंगोली का वीडियो साझा कर इसे “नीमच के लिए गर्व का क्षण” बताया। नीमच की यह उपलब्धि भारतीय कला और संस्कृति के गौरव को न केवल देश में, बल्कि दुनिया भर में नए आयाम दे रही है।