SARKARI YOJANA: भारत सरकार ने देश में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना, वैश्विक कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना और भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण का वैश्विक हब बनाना है।
PLI योजना की शुरुआत और उद्देश्य
PLI योजना की शुरुआत 2020 में ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में विनिर्माण (Manufacturing) को बढ़ावा देना और विदेशी निवेश (Foreign Investment) को आकर्षित करना है। खासकर, यह योजना मोबाइल फोन, सेमीकंडक्टर्स, कंपोनेंट्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए लागू की गई है।
इसके प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं:
देश में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का उत्पादन बढ़ाना
घरेलू उद्योग को सशक्त बनाना और आत्मनिर्भर बनाना
विदेशी कंपनियों को भारत में निवेश के लिए प्रेरित करना
निर्यात (Export) को बढ़ावा देना
रोजगार के नए अवसर पैदा करना
PLI योजना का कार्य करने का तरीका
इस योजना के तहत कंपनियों को उनके अतिरिक्त उत्पादन (Incremental Production) पर सरकार से प्रोत्साहन (Incentives) मिलता है। यानी, अगर कोई कंपनी सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य से अधिक उत्पादन करती है, तो उसे सरकार से कुछ प्रतिशत का आर्थिक प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रमुख बिंदु:
कंपनियों को निर्धारित शर्तों के अनुसार निवेश करना होगा।
उन्हें निश्चित समय सीमा में उत्पादन बढ़ाना होगा।
अतिरिक्त उत्पादन पर सरकार द्वारा 4% से 6% तक का इंसेंटिव दिया जाता है।
यह प्रोत्साहन 5 साल की अवधि तक दिया जाता है।
PLI योजना के तहत मुख्य क्षेत्र
भारत सरकार ने अलग-अलग सेक्टर के लिए PLI योजना लागू की है, जिसमें प्रमुख रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी से जुड़े उद्योग शामिल हैं।
मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट्स
सेमीकंडक्टर्स और चिप निर्माण
आईटी हार्डवेयर (लैपटॉप, टैबलेट, सर्वर आदि)
उन्नत रसायन सेल (ACC) बैटरी निर्माण
सौर फोटोवोल्टिक (Solar PV) मॉड्यूल्स
PLI योजना से भारत को क्या लाभ हो रहे हैं?
बड़ी कंपनियों का निवेश: कई वैश्विक कंपनियां जैसे Apple, Samsung, Foxconn, Pegatron, Wistron आदि भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स स्थापित कर रही हैं।
रोजगार के नए अवसर: लाखों लोगों के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।
निर्यात में वृद्धि: भारत से इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का निर्यात बढ़ा है।
तकनीकी विकास: देश में नई तकनीकों का विकास हो रहा है, जिससे भारत की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता बढ़ रही है।
PLI योजना से जुड़ी प्रमुख घोषणाएं और अपडेट
2020 में: योजना की घोषणा की गई थी और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए इसमें शामिल किया गया।
2021 में: PLI योजना का विस्तार करते हुए आईटी हार्डवेयर और सेमीकंडक्टर सेक्टर को जोड़ा गया।
2023 में: सरकार ने सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब्रिकेशन यूनिट्स के लिए ₹76,000 करोड़ का अतिरिक्त पैकेज घोषित किया।
2024 में: मोबाइल निर्माण कंपनियों को ₹40,000 करोड़ तक का इंसेंटिव दिया गया।
निष्कर्ष
उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण उद्योग को मजबूत करने और भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस योजना से नई कंपनियां भारत में निवेश कर रही हैं, रोज़गार के अवसर बढ़ रहे हैं और भारत का निर्यात भी तेज़ी से बढ़ रहा है।