SARKARI YOJANA: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण सामाजिक कल्याण योजना है, जो गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। यह योजना खासतौर पर गर्भवती महिलाओं के पोषण, स्वास्थ्य और देखभाल को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है।
योजना का उद्देश्य:
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को आर्थिक सहायता देना।
- गर्भावस्था और प्रसव के समय पोषण की स्थिति सुधारना।
- प्रसव पूर्व और प्रसव के बाद की स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ सुनिश्चित करना।
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा लागू की गई यह योजना मातृत्व के दौरान महिला को उचित देखभाल और पोषण प्राप्त हो, यह सुनिश्चित करती है।
आर्थिक लाभ:
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत लाभार्थी महिला को ₹5,000 तक की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाती है:
पहली किस्त – ₹1,000
- गर्भावस्था की पुष्टि के बाद
- पंजीकरण के समय (पहले तीन महीने में)
दूसरी किस्त – ₹2,000
- गर्भवती महिला की कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच (ANC) होने के बाद
- गर्भावस्था के 6 महीने के बाद
तीसरी किस्त – ₹2,000
- बच्चे के जन्म के बाद
- बच्चे का पहला टीकाकरण (BCG, OPV, DPT और Hepatitis-B) पूरा होने के बाद
पात्रता :
- महिला भारत की नागरिक होनी चाहिए।
- पहली बार गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को इस योजना का लाभ मिलता है (पहली जीवित संतान के लिए)।
- कामकाजी महिलाएं (सरकारी नौकरी वाली) इस योजना के लिए पात्र नहीं होतीं।
- महिला को आंगनवाड़ी केंद्र या स्वास्थ्य केंद्र में पंजीकरण कराना जरूरी होता है।
जरूरी दस्तावेज:
आधार कार्ड
बैंक खाता विवरण (आधार से लिंक होना चाहिए)
गर्भावस्था की पुष्टि का प्रमाण
मातृत्व कार्ड या मेडिकल रिपोर्ट
पासपोर्ट साइज फोटो
पहचान पत्र और निवास प्रमाण पत्र
कैसे करें आवेदन:
ऑफलाइन मोड:
- नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या सरकारी अस्पताल में जाकर फॉर्म भरें।
- आवश्यक दस्तावेजों के साथ सबमिट करें।
ऑनलाइन मोड:
- PMMVY की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण करें।
- योजना के तहत दी गई लॉगिन आईडी से लॉगिन करें और आवेदन भरें।
संपर्क व हेल्पलाइन नंबर:
- टोल फ्री नंबर: 011-23382393, 23382394
- वेबसाइट: https://pmmvy.wcd.gov.in
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना महिलाओं के लिए एक बहुत ही सशक्त और सहायक योजना है, जो उनके मातृत्व काल के दौरान पोषण और स्वास्थ्य की दिशा में आर्थिक रूप से सहयोग करती है। इससे माताओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य में सुधार होता है और महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया जाता है।