SARKARI YOJANA: पर ड्रॉप, मोर क्रॉप” प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) का एक घटक है, जिसे 2015 में भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य सिंचाई जल के अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करना, जल संरक्षण को बढ़ावा देना और ‘हर खेत को पानी’ उपलब्ध कराना है।
मुख्य उद्देश्य:
जल उपयोग की दक्षता में वृद्धि:
आधुनिक सिंचाई तकनीकों जैसे ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई को अपनाकर कम पानी में अधिक कृषि उत्पादन प्राप्त करना।
जल संरक्षण को बढ़ावा देना:
प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करते हुए सिंचाई जल का विवेकपूर्ण उपयोग।
प्रति बूंद अधिक फसल (Per Drop More Crop):
यह नारा किसानों को प्रेरित करता है कि वे जल का समुचित उपयोग कर अधिक उपज प्राप्त करें।
सिंचाई साधनों का विस्तार:
ऐसे क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराना जहां यह नहीं है, यानी ‘हर खेत को पानी’।
प्रमुख घटक:
ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई:
सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को बढ़ावा देना जो सीधे पौधों की जड़ों में जल पहुंचाती है और जल की बर्बादी रोकती है।
क्षेत्र आधारित योजना:
भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियों के अनुसार योजनाएं बनाना।
कृषि यंत्रीकरण एवं नवाचार:
जल की बचत करने वाले कृषि उपकरणों का उपयोग।
लाभ:
- जल की 30-50% तक बचत।
- उपज में 20-30% तक वृद्धि।
- उर्वरकों की खपत में कमी।
- भूमि की उर्वरता बनी रहती है।
- मजदूरी लागत में कमी।
लाभार्थी कौन हैं?
- छोटे और सीमांत किसान
- सभी प्रकार के कृषि उत्पादक
- किसान उत्पादक संगठन (FPO)
- सहकारी समितियाँ
वित्तीय सहायता:
- किसानों को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली लगाने हेतु सब्सिडी दी जाती है।
- यह सब्सिडी राज्य और केंद्र सरकार की भागीदारी से दी जाती है।
कैसे आवेदन करें?
कृषि विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन।
निकटतम कृषि अधिकारी से संपर्क।
आवश्यक दस्तावेज:
- भूमि के कागज़ात
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
निष्कर्ष:
“पर ड्रॉप, मोर क्रॉप” योजना जल की महत्ता को समझाते हुए किसानों को अधिक उत्पादन की ओर प्रेरित करती है। यह योजना आधुनिक भारत के कृषि क्षेत्र को जल-संवेदनशील और टिकाऊ बनाने में सहायक है।