Bilaspur: लड़की की आवाज में ठगी, अधेड़ से 21 लाख रुपए की ठगी का हुआ खुलासाफेसबुक पर लड़की की फर्जी फोटो और आईडी बनाकर लोगों को प्रेमजाल में फंसाने और फिर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश साइबर पुलिस ने किया है। आरोपी फर्जी आईडी बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे और फिर उन्हें प्रेमजाल में फंसा कर अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए क्यूआर कोड के जरिए ठगी करते थे। पकड़े गए आरोपियों का खुलासा हुआ है कि वे “मैजिक वूमेन” नामक एप्लिकेशन का उपयोग करते थे। इस एप्लिकेशन से लड़की की आवाज में बातचीत करके वे लोगों को धोखा देते थे और फिर अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते थे।
तोरवा थाना क्षेत्र स्थित रेलवे केंद्रीय स्कूल के पास रहने वाले मुरली पटेल को फेसबुक पर एक लड़की के नाम से फर्जी आईडी बनाकर आरोपियों ने अपने झांसे में लिया। आरोपियों ने मुरली को अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों से फंसाया और छोटी-छोटी जरूरतों के लिए पैसे मांगने लगे। पीड़ित मुरली ने उन्हें पैसे भी दे दिए। इसके बाद, आरोपियों ने मुरली से और अधिक पैसे ऐंठने के लिए उसे रायगढ़ बुलाकर एक नाबालिक लड़की से मिलवाया। फिर इन ठगों ने मुरली को नाबालिक के मरने का सुसाइड नोट दिखाकर उससे 20 लाख 29 हजार 199 रुपए की ठगी कर ली।
जब मुरली को इस फ्रॉड का पता चला, तो उसने तोरवा थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद ACCU और पुलिस की टीम ने बैंक अकाउंट के माध्यम से आरोपियों का पता लगाया और रायगढ़ में छापेमारी की। पुलिस ने प्रीतम महंत, कामेश साव, और हेम सागर पटेल को गिरफ्तार किया। आरोपियों से ठगी की रकम से खरीदी गईं मोबाइल, एसी, वाशिंग मशीन, सोने की अंगूठी और 2 लाख 60 हजार रुपये की नगदी भी बरामद की गई। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ठगी की रकम से कोई प्रॉपर्टी खरीदी गई थी, तो उसे भी कुर्क किया जाएगा।