Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के प्रधान आरक्षक वीरेंद्र कुमार सोरी शहीद हो गए। यह मुठभेड़ अबूझमाड़ के सोनपुर और कोहकामेटा के सीमावर्ती क्षेत्र में हुई। इस संघर्ष में वीरेंद्र कुमार सोरी ने वीरता का परिचय देते हुए अपनी जान की आहुति दी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उनकी शहादत को नमन करते हुए कहा कि राष्ट्र हमेशा उनकी वीरता और समर्पण का ऋणी रहेगा। यह घटना सुरक्षा बलों की बहादुरी और नक्सलवाद के खिलाफ उनके निरंतर संघर्ष को प्रदर्शित करती है।
यह संदेश शहीद प्रधान आरक्षक बिरेंद्र कुमार सोरी जी की शहादत को श्रद्धांजलि अर्पित करता है। इसे एक सशक्त और सम्मानजनक तरीके से लिखा गया है, जो नक्सल ऑपरेशन के दौरान उनकी वीरता और बलिदान को सलाम करता है।
नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में शहीद हुए प्रधान आरक्षक बिरेंद्र कुमार सोरी जी का जिक्र करते हुए, इस संदेश में उनके साहस और देश के प्रति समर्पण की सराहना की गई है। यह भी बताया गया है कि उन्हें नक्सल ऑपरेशन में उनके वीरतापूर्ण कार्य के लिए आरक्षक से प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत किया गया था।
संदेश में शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की गई है और ईश्वर से प्रार्थना की गई है कि वह शहीद के पुण्यात्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को संबल दे। अंत में, यह भी कहा गया है कि मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति देने वाले देशभक्तों का बलिदान हमें देश की रक्षा की प्रेरणा देता रहेगा और राष्ट्र सदैव उनका ऋणी रहेगा।
यह संदेश न केवल शहीद की वीरता और योगदान का सम्मान करता है, बल्कि देशवासियों को भी देश की रक्षा के लिए प्रेरित करता है।