Holiday: 10 दिसंबर को अवकाश की घोषणा, बंद रहेंगे सभी स्कूल और दफ्तर

Holiday: साल का आखिरी महीना चल रहा है, और स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए छुट्टियों का समय भी नजदीक आ गया है। इस माह में छात्रों के लिए कई छुट्टियाँ आने वाली हैं, जिससे उन्हें पढ़ाई से थोड़ी राहत मिल सकेगी। इसी कड़ी में बिलासपुर जिले में 10 दिसंबर को छुट्टी की घोषणा की गई है, जिससे बच्चों को एक और दिन की छुट्टी मिलेगी। यह छुट्टी छात्रों को खास तौर पर राहत देगी और उन्हें अपनी पढ़ाई के साथ-साथ आराम करने का भी मौका मिलेगा।

दिसंबर महीने की शुरूआत कड़ाके की ठंड के साथ हो चुकी है। ठंड के इस मौसम में बच्चों और बड़ों को दोनों को ही छुट्टियों का इंतजार रहता है। इसी कड़ी में बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण ने 10 दिसंबर को छुट्टी की घोषणा की है। यह निर्णय ठंड से राहत देने के उद्देश्य से लिया गया है, ताकि लोग आराम से समय बिता सकें और ठंड के प्रभाव से बच सकें।

यह आदेश एक सरकारी निर्णय के बारे में है, जिसमें 1 नवंबर 2024 (दीपावली के दूसरे दिन, गोवर्धन पूजा) को घोषित स्थानीय अवकाश को रद्द कर दिया गया है। इसके स्थान पर, 10 दिसंबर 2024 को शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस के मौके पर जिले में स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। इस आदेश के अनुसार, शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस पर स्कूलों, सरकारी दफ्तरों और अन्य सरकारी संस्थानों को बंद रखा जाएगा।

इस वजह से सरकार ने लिया यह बड़ा कदम

यह निर्णय स्थानीय जनता के बीच एक नई उम्मीद और उत्साह का संचार करता है। यह कदम छत्तीसगढ़ के गौरवमयी इतिहास को पुनः जीवित करने और शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान को सन्मानित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। इस निर्णय के माध्यम से न केवल शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर और इतिहास को जनमानस में पुनः जागरूक करने की कोशिश की जा रही है।

अवकाश का निर्णय क्यों लिया गया?

छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने 1 नवंबर 2024 को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर स्थानीय अवकाश (Holiday in Bilaspur) घोषित किया था। हालांकि, कलेक्टर ने गोवर्धन पूजा (दीपावली के दूसरे दिन) के अवकाश को निरस्त कर इसे 10 दिसंबर 2024 को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया। यह कदम राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को महत्व देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो स्थानीय स्तर पर त्योहारों और सांस्कृतिक आयोजनों के संदर्भ में संतुलन बनाए रखने की कोशिश करता है।

शहीद वीर नारायण सिंह: छत्तीसगढ़ की स्वतंत्रता संग्राम में वीरता की मिसाल

10 दिसंबर को छत्तीसगढ़ में शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान रायपुर के जय स्तंभ चौक में उन्हें फांसी पर लटका दिया गया था। शहीद वीर नारायण सिंह को छत्तीसगढ़ का पहला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी माना जाता है, जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष किया। उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए, नवा रायपुर में उनके नाम पर देश का दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट मैदान स्थापित किया गया है। यह दिन शहीद वीर नारायण सिंह की साहसिकता और बलिदान को याद करने का अवसर है।

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