Sixth Regional Industry Conclave: मध्य प्रदेश में छठे क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन में 5 देशों से आए 4000 निवेशक

Sixth Regional Industry Conclave: हाल ही में, मध्य प्रदेश (एमपी) में चार हजार पंजीकरण हुए हैं, जिसमें विभिन्न देशों के निवेशकों की भागीदारी शामिल है। इन निवेशकों में कनाडा, मलेशिया, वियतनाम, मैक्सिको, और नीदरलैंड जैसे देशों के नागरिक भी शामिल हैं। यह आंकड़ा राज्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि यह दर्शाता है कि अंतरराष्ट्रीय निवेशकों में राज्य की अर्थव्यवस्था और विकास योजनाओं के प्रति रुचि बढ़ रही है।

एमपी सरकार की पहलें और निवेश आकर्षित करने के लिए किए गए प्रयास अब रंग ला रहे हैं, और इससे राज्य में उद्योगों, व्यापारों और सेवाओं के क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खुल रहे हैं। निवेशकों के पंजीकरण से यह भी स्पष्ट होता है कि राज्य में व्यापारिक वातावरण और निवेश सुरक्षा को लेकर विश्वास और आशा बनी हुई है।

इस प्रकार, एमपी में विदेशी निवेशकों का आना न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार संबंधों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए भी एक सकारात्मक कदम है।

मध्यप्रदेश की मोहन सरकार छठी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआइसी) का आयोजन शनिवार को नर्मदापुरम में करेगी। यह कॉन्क्लेव नर्मदा किनारे बसे नर्मदापुरम और हरदा के साथ-साथ आदिवासी अंचल बैतूल को 5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश की उम्मीदें जगाएगा। इस आयोजन का स्थान नर्मदापुरम शहर से डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित आइटीआइ परिसर में होगा।

इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और निवेशकों को आकर्षित करना है। नर्मदापुरम क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति और उसकी विकासात्मक संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह आयोजन उद्योगपतियों और निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो सकता है। यहाँ होने वाली चर्चा और निवेश सौदों से क्षेत्र में रोजगार के अवसर और आर्थिक विकास की संभावनाएँ बढ़ सकती हैं।

यह आकर्षक मोहासा का रिन्युएबल एनर्जी पार्क जिला मुख्यालय से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित है। इस पार्क में सौर ऊर्जा आधारित उपकरणों का निर्माण करने के लिए 50 से अधिक कंपनियों ने रुचि दिखाई है। निवेशकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने इस पार्क का विस्तार दो बार किया है। इसके अलावा, होटल उद्योग और कृषि क्षेत्र में भी निवेश के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा करने की योजना बनाई है, जिसमें प्रमुख निवेशक अपनी योजनाओं को प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद, नवकरणीय ऊर्जा पर केंद्रित एक राउंड टेबल सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसमें इस क्षेत्र के भविष्य की दिशा और संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

मोहासा में बनेगा प्रदेश का पहला नवकरणीय ऊर्जा पार्क

मोहासा में स्थापित होने वाला यह नवकरणीय ऊर्जा पार्क प्रदेश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस पार्क में रिन्युएबल एनर्जी से संबंधित संयंत्रों के लिए आवश्यक उपकरणों का निर्माण किया जाएगा। इससे न केवल ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह क्षेत्र में औद्योगिक विकास की गति को भी तेज करेगा।

इस क्षेत्र में निवेशकों की बढ़ती रुचि को देखते हुए, तीसरी बार जमीन आवंटन की प्रक्रिया की गई है, जिससे 884 एकड़ का यह विशाल पार्क स्थापित किया जा सकेगा। यह पार्क नर्मदापुरम को औद्योगिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण स्थान पर स्थापित करने में मदद करेगा, और यहां नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य नर्मदापुरम को औद्योगिक विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ाना और प्रदेश को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में इस पहल से पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक वृद्धि भी होगी।

4 हजार से अधिक निवेशक जुड़ेंगे, निवेश का नया अध्याय

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में देश और विदेश से निवेशकों का जमावड़ा होगा। इस कार्यक्रम में अब तक चार हजार पंजीकरण हो चुके हैं, जिनमें तीन हजार एमएसएमई (माइक्रो, स्मॉल, एंड मीडियम एंटरप्राइजेज) के प्रतिनिधि शामिल हैं। कॉन्क्लेव में कनाडा, मलेशिया, वियतनाम, मैक्सिको, और नीदरलैंड जैसे देशों से भी निवेशक हिस्सा लेंगे। इस अवसर पर देश के 75 से ज्यादा प्रमुख उद्योगपति भी उपस्थित होंगे। निवेशक ‘निर्यात कैसे शुरू करें’ और ‘पर्यटन में निवेश की संभावनाएं’ जैसे विषयों पर सेक्टोरल सत्रों में विचार-विमर्श करेंगे। यह कार्यक्रम निवेशकों को एक मंच प्रदान करेगा जहां वे विभिन्न उद्योगों में निवेश के अवसरों पर चर्चा कर सकेंगे और व्यापारिक संबंध स्थापित कर सकेंगे।

नई दिशाएं, नए अवसर भविष्य की संभावनाओं का उद्घाटन

कॉन्क्लेव की ‘नए क्षितिज, नई संभावनाएं’ थीम में कृषि, डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण, नवकरणीय ऊर्जा, पर्यटन और वस्त्र जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य इन क्षेत्रों में विकास की नई संभावनाओं को उजागर करना और उन क्षेत्रों के सामने आ रही चुनौतियों का समाधान ढूंढना है।

अग्रणी विशेषज्ञों, उद्योग नेताओं और सरकारी अधिकारियों द्वारा इस कॉन्क्लेव में विचार-विमर्श किया जाएगा, ताकि इन क्षेत्रों में नवाचार और समृद्धि को बढ़ावा दिया जा सके। इसमें कृषि और डेयरी उत्पादों के साथ-साथ खाद्य प्रसंस्करण तकनीकों, पर्यावरण को बचाने वाली नवकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं, और स्थानीय वस्त्र उद्योग की बढ़ती संभावनाओं पर भी गहराई से चर्चा की जाएगी।

इसके अतिरिक्त, स्थानीय उत्पादों के प्रचार और विक्रय के लिए एक प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है, जिसमें 75 से अधिक स्टॉल लग रहे हैं। इस प्रदर्शनी में विभिन्न उद्योगों के उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा, जिससे स्थानीय उद्यमियों और किसानों को अपनी कला और उत्पादों को व्यापक बाजार में पेश करने का मौका मिलेगा।

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