GST Raid: जीएसटी अधिकारियों का रौब पड़ा महंगा, व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई

GST Raid: यह घटना छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से संबंधित है, जहां जीएसटी विभाग की महिला इंस्पेक्टर को धमकाने के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। इस मामले में जीएसटी विभाग ने व्यापारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उसके घर और प्रतिष्ठान पर रेड मारी है। यह कार्रवाई महिला इंस्पेक्टर को धमकाने और उन्हें परेशान करने के आरोप में की गई है। जीएसटी विभाग द्वारा यह कदम उठाया गया है ताकि ऐसी घटना की गंभीरता को स्पष्ट किया जा सके और कानून का पालन सुनिश्चित किया जा सके।

यह घटना कानून-व्यवस्था के मामलों में बढ़ती चिंताओं को उजागर करती है, विशेष रूप से जब सरकारी अधिकारियों को धमकी दी जाती है।

यह घटना दो व्यापारियों के लिए बड़ी मुसीबत बन गई, जब उन्होंने राज्य जीएसटी के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया। जांच के दौरान विभाग ने इन व्यापारियों के टैक्स रिकॉर्ड में गड़बड़ी का पता लगाया और इसके बाद महेश कॉलोनी गुढ़ियारी और दलदल सिवनी में स्थित इन व्यापारियों के ठिकानों पर छापेमारी की। विभागीय अधिकारी द्वारा शासकीय कार्य के दौरान व्यापारियों द्वारा धमकी देने पर मामला गंभीर हो गया और इसके आधार पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई। इस कार्रवाई से यह साफ होता है कि अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार और टैक्स चोरी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने बनाई नयी चर्चा

यह घटना एक व्यावसायिक वीडियो से संबंधित है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में कुछ व्यावसायी, जो संभवत: अपने प्रभाव और शक्ति का इस्तेमाल कर रहे थे, स्टेट जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) अधिकारियों से पूछताछ के दौरान अपने रसूख का हवाला देते हुए धौंस जमाते दिखाई दे रहे थे। जब मुख्यमंत्री ने इस वीडियो को देखा, तो उन्होंने स्वत: संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद, जीएसटी विभाग ने मामले में जांच शुरू की और कार्रवाई की।

यह घटना प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दर्शाता है कि सत्ता का दुरुपयोग और सार्वजनिक अधिकारियों को दबाव में लाना समाज के लिए हानिकारक हो सकता है, और ऐसे मामलों में मुख्यमंत्री ने त्वरित और कड़ा कदम उठाया।

यह है मामला कैसे बदलते हैं हालात

राज्य सरकार का जीएसटी विभाग बोगस और संदिग्ध फर्मों की पहचान के लिए रिस्क पैरामीटर का उपयोग कर रहा है। इस प्रक्रिया के तहत, विभाग ने भौतिक सत्यापन की कार्रवाई शुरू की है, जिससे ऐसे फर्मों की पहचान की जा सके, जो जीएसटी के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। हाल ही में, रायपुर स्थित मेसर्स योगेश कमर्शियल, महेश कॉलोनी गुढियारी के मुनीश कुमार शाह और मेसर्स जगन्नाथ कन्स्ट्रक्शन, दलदल सिवनी के राहुल शर्मा के खिलाफ अनियमितता की शिकायत प्राप्त हुई थी।

इस शिकायत के बाद, राज्य कर निरीक्षक रितु सोनकर और होमेश वर्मा को इन फर्मों की जांच के लिए भेजा गया। हालांकि, जब निरीक्षक इन फर्मों के खिलाफ जांच करने पहुंचे, तो दोनों व्यवसायियों ने उनसे दुर्व्यवहार किया और उन्हें धमकी दी। इस प्रकार के घटनाक्रम से जीएसटी विभाग के कामकाजी माहौल पर असर पड़ सकता है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता हो सकती है।

रायपुर में माइनिंग कंपनी पर सेंट्रल जीएसटी का छापा, जांच शुरू

सेंट्रल जीएसटी की टीम ने शुक्रवार को शंकर निगम स्थित माइनिंग और मिनरल्स कंपनी पर टैक्स चोरी के संदेह में छापा मारा। फिलहाल, अधिकारी कंपनी के दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, यह कंपनी अपने मालिक के घर से ही संचालित हो रही थी, जहां ऑफिस के साथ निवास भी था। उल्लेखनीय है कि इस मकान में दो महीने पहले ही कंपनी का ऑफिस खोला गया था।

रायपुर में सेंट्रल जीएसटी का बड़ा एक्शन मनेद्रगढ़ स्थित व्यावसायी के घर पर छापा

यह घटना शुक्रवार को मनेंद्रगढ़ में हुई, जब जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) की टीम ने रायपुर के व्यापारी विजय अग्रवाल के घर पर छापा मारा। जानकारी के अनुसार, जीएसटी के अधिकारी दो गाड़ियों में दोपहर करीब तीन बजे वहां पहुंचे। घर के बाहर केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात किए गए थे ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।

मकान में विजय अग्रवाल का निवास था, जो एक प्रमुख व्यापारी हैं। अधिकारियों ने देर शाम तक दस्तावेजों की तलाशी ली, जबकि यह चर्चा भी चल रही थी कि आयकर विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। अधिकारियों द्वारा की जा रही जांच की वजह से इस मामले को लेकर विभिन्न प्रकार की अटकलें और अफवाहें भी फैलने लगीं।

यह घटना एक महत्वपूर्ण छापेमारी के रूप में सामने आई, जिसे लेकर व्यापारियों और स्थानीय लोगों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।

Leave a Comment