CG News: सांसद महेश कश्यप, जो हाल ही में संसद के शीतकालीन सत्र में भाग लेकर वापस शहर पहुंचे हैं, ने आगामी विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब आने वाले समय में जगदलपुर से सुकमा तक एक नई और आधुनिक सड़क बनाई जाएगी। यह सड़क परियोजना क्षेत्र के विकास को गति देने और यातायात की सुविधाओं में सुधार लाने में मदद करेगी। महेश कश्यप के अनुसार, यह परियोजना क्षेत्रवासियों के लिए महत्वपूर्ण होगी और इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
दिल्ली से बस्तर लौटे सांसद महेश कश्यप ने पत्रिका से एक विशेष बातचीत में बस्तर के विकास को लेकर अपनी योजनाओं और दृष्टिकोण को साझा किया। इस बातचीत में उन्होंने बताया कि बस्तर को विकास की दिशा में कैसे आगे बढ़ाया जाएगा। महेश कश्यप ने विशेष रूप से भाजपा सरकार के कार्यकाल में किए गए महत्वपूर्ण विकास कार्यों पर जोर दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि जगदलपुर से सुकमा तक के मार्ग की मरम्मत कर इसे गाड़ी चलने के योग्य बनाया गया। यह मार्ग पहले खस्ताहाल था, जिससे यात्रियों को कठिनाई होती थी, लेकिन मरम्मत के बाद यह रास्ता सुरक्षित और सुविधाजनक हो गया है, जो बस्तर के विकास की दिशा में एक अहम कदम साबित हुआ।
महेश कश्यप ने इस अवसर पर बस्तर के अन्य विकास कार्यों और योजनाओं पर भी चर्चा की, जिससे यह क्षेत्र आने वाले समय में आर्थिक, सामाजिक और बुनियादी ढांचे के दृष्टिकोण से उन्नति की ओर अग्रसर हो सके।
बस्तरवासियों के लिए खुशियों की सौगात, सरकार ने लिया बड़ा फैसला
सांसद ने अपने भाषण में कहा कि आने वाले समय में जगदलपुर से सुकमा तक एक पूरी नई सड़क बनाई जाएगी। इसके अलावा, तेलंगाना तक सड़क को बेहतर बनाने का काम भी किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि जनवरी में बस्तरवासियों को कई खुशियाँ मिलेंगी। इनमें जगदलपुर से रायपुर तक फोरलेन सड़क का निर्माण और हवाई यात्रा के विस्तार की योजना शामिल है। इसके साथ ही, रावघाट रेल लाइन के लिए भी बस्तरवासियों को जल्द ही खुशखबरी मिल सकती है।
बस्तर ओलंपिक के समापन में गृहमंत्री शाह की उपस्थिति, नक्सल पीड़ितों को मिलेगा समर्थन
बस्तर के सांसद महेश कश्यप ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद पिछले चार दशकों से अपने पांव पसार चुका था। हालांकि, भाजपा की सरकार ने दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ इस समस्या से निपटने की दिशा में काम करना शुरू किया है। सांसद महेश कश्यप ने यह भी बताया कि जल्द ही देश के गृहमंत्री अमित शाह बस्तर ओलंपिक के समापन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। यह कदम बस्तर क्षेत्र में शांति और विकास की ओर एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
दिल्ली में भी उन्होंने नक्सल पीड़ितों से मुलाकात की थी। उन्होंने इस मुलाकात में नक्सलवाद से प्रभावित लोगों के हालात को समझा और उनके लिए किसी भी संभव सहायता का आश्वासन दिया। अब, वे बस्तर में जाकर नक्सलवाद के खात्मे के लिए अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इस यात्रा के दौरान, वे नक्सलवाद से निपटने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश देंगे और अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रेरित करेंगे। उनका उद्देश्य बस्तर और इसके आसपास के क्षेत्रों में शांति स्थापना के प्रयासों को तेज करना है और नक्सलवाद के प्रभाव को समाप्त करना है।
नक्सलवाद का समाधान साम, दाम, दंड और भेद की नीति
बस्तर में लंबे समय से नक्सलियों द्वारा स्थानीय लोगों को गुमराह किया जा रहा था, जिससे वे नक्सली संगठन में शामिल हो रहे थे। सुरक्षा बलों द्वारा कठोर कार्रवाई न किए जाने के कारण नक्सली संगठन समय के साथ मजबूत होते गए। लेकिन अब राज्य और केंद्रीय सरकार की ओर से लगातार नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देश पर राज्य सरकार नक्सलियों को समाप्त करने के लिए सभी प्रकार के कदम उठा रही है। इसमें साम, दाम, दंड, भेद जैसी रणनीतियाँ अपनाई जा रही हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि बस्तर में शांति स्थापित हो, डबल इंजन की सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है, जिससे नक्सलवाद पर काबू पाया जा सके और इलाके के विकास में बाधाएं दूर हो सकें।