Chhattisgarh : उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बस्तर संभाग के चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र के बड़ाजी ग्राम के चौक में शहीद गेंद सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने 8 करोड़ तीन लाख रुपए के 9 विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण भी किया। उप मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हल्बा समाज के महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद गेंद सिंह ने अंग्रेजों से संघर्ष किया और क्षेत्र में अंग्रेजी शासन की नीतियों का विरोध किया। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे शहीद गेंद सिंह के संघर्ष और उनके आदर्शों को याद करें और समाज के उत्थान में सक्रिय रूप से योगदान दें।
शहीद गेंद सिंह बस्तर रियासत के परलकोट जमींदारी के जमींदार थे। उन्होंने 1824-1825 में मराठों और ब्रिटिश अधिकारियों के शोषण के खिलाफ बस्तर के आदिवासी लोगों को एकत्रित किया और बस्तर की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष की शुरुआत की। उनके नेतृत्व में आदिवासी समुदाय ने भुजरिया अबूझमाड़िया क्षेत्र के लोगों को जागरूक किया और एक संगठित विद्रोह की दिशा में कदम बढ़ाया।
क्रांतिकारी धंवड़ा वृक्ष की टहनियों का उपयोग करते हुए एक स्थान से दूसरे स्थान पर संदेश भेजे जाते थे। पूरा मांड अंचल क्रांति की गिरफ्त में था, और विद्रोह को विभिन्न टुकड़ियों में बांटकर चलाया जाता था। मांझी लोग इस विद्रोह के संचालन में सक्रिय रूप से शामिल थे, और रात में एकत्र होकर अगले दिन की योजना बनाई जाती थी। उनका मुख्य उद्देश्य बस्तर को गुलामी से मुक्त कराना था, जो उन्होंने अपने साहसिक कार्यों से सिद्ध किया।
यह विवरण छत्तीसगढ़ के एक वीर शहीद, गेंद सिंह, की शहादत और उनके संघर्ष को प्रस्तुत करता है। 12 जनवरी, 1825 को छत्तीसगढ़ के ब्रिटिश प्रशासक एगेन्यू के आदेश पर, और चांदा के पुलिस अधीक्षक कैप्टन पिव द्वारा मराठा और अंग्रेज सेना की मदद से, गेंद सिंह और उनके साथी गिरफ्तार किए गए। क्रांतिकारियों का कड़ा दमन किया गया और 20 जनवरी, 1825 को गेंद सिंह को उनके महल के सामने फांसी पर चढ़ा दिया गया।
गेंद सिंह अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष करने वाले पहले स्वतंत्रता सेनानी थे, जो बस्तर ही नहीं, पूरे छत्तीसगढ़ के पहले शहीद माने जाते हैं। उनका सम्बंध हल्बा समाज से था, जो बस्तर जिले के बड़ाजी गांव में प्रमुखता से बसा हुआ था। उनकी शहादत और वीरता को सम्मानित करने के लिए उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। यह शहीद गेंद सिंह की बहादुरी और उनके बलिदान को याद करने का एक महत्वपूर्ण कदम था।
यह कार्यक्रम उपमुख्यमंत्री शर्मा द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के 6 लाभार्थियों को उनके घर की प्रतीकात्मक चाबी सौंपी गई। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए स्वीकृत आदेश पत्र भी लाभार्थियों को वितरित किए गए। हल्बा समाज के प्रतिनिधियों ने स्मृति चिह्न भेंट किया। कार्यक्रम में सांसद महेश कश्यप और विधायक चित्रकोट विनायक गोयल ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष वेदवती कश्यप, उपाध्यक्ष मणिराम कश्यप, पूर्व विधायक महेश गागड़ा, लच्छू राम कश्यप, क्षेत्र के जन प्रतिनिधि और हल्बा समाज के पदाधिकारी, कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, जिला पंचायत के सीईओ सुश्री प्रतिष्ठा ममगाई समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।