Gariaband News: गरियाबंद पुलिस ने एक सराहनीय पहल की है, जो आम लोगों की खुशियों को वापस लौटाने में मदद कर रही है। साइबर सेल की मदद से पुलिस ने 33 गुम मोबाइलों को बरामद किया और उन्हें संबंधित परिजनों को सुपुर्द कर दिया। गुम हुए मोबाइलों को वापस पाकर सभी लोगों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई। यह पहल आगे भी जारी रहेगी। यदि किसी का मोबाइल किसी कारणवश गुम हो जाए, तो उसे साइबर सेल गरियाबंद में जरूर सूचित करें, ताकि उनका गुम हुआ मोबाइल वापस मिल सके।
यह वाक्य इस प्रकार का है कि पुलिस कर्मचारियों के उत्कृष्ट कार्यों को सराहा गया है। इसे हिंदी में एक पेशेवर लेखक के रूप में इस तरह से लिखा जा सकता है:
“विगत माह की तरह इस माह भी ड्यूटी के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण एवं सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस कर्मचारियों को ‘कॉप ऑफ द मंथ’ के रूप में सम्मानित किया गया।”
यहां पर “असाधारण” और “सराहनीय कार्य” का उपयोग करते हुए लेखन में थोड़ी अधिक प्रभावशाली शैली अपनाई गई है।
नवंबर माह में उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारी/कर्मचारी, सहायक उप निरीक्षक संजय तिवारी और महिला आरक्षक 41 पिंकी ध्रुव, थाना फिंगेश्वर को, 05 वर्ष की गुम हुई नाबालिक बालिका को कर्नाटक-आंध्र प्रदेश बॉर्डर से सुरक्षित और सकुशल बरामद करने में विशेष भूमिका निभाने के लिए सम्मानित किया गया। इन दोनों पुलिसकर्मियों ने अपने साहस और समर्पण के साथ बालिका को उसकी मां तक सुरक्षित पहुँचाया, जो उनकी ओर से किए गए महत्त्वपूर्ण और सराहनीय कार्य का प्रमाण है।
यहां पर आपके द्वारा दिए गए विवरण का हिंदी में वर्णन इस प्रकार किया जा सकता है:
“प्र. आर. 511 धनुष निषाद और आर. 580 रिजवान कुरैशी की थाना छुरा में हुई हत्या के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी में विशेष भूमिका निभाने के लिए आरक्षक 730 तरुण यादव और आरक्षक 344 को सराहा गया। इनके द्वारा गुम हुए 33 मोबाइल और साइबर फ्रॉड में हुए होल्ड अमाउंट को वापस करवाने में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस असाधारण कार्य के लिए इन सभी को ‘कॉप ऑफ द मंथ’ के रूप में सम्मानित किया गया। गरियाबंद पुलिस की यह पहल भविष्य में भी जारी रहेगी।”
यह विवरण पुलिस विभाग द्वारा किए गए कृत्यों और उनकी सराहना को दर्शाता है।