Chhattisgarh: जल जीवन मिशन के ठेकेदारों की लापरवाही के कारण सुरक्षा राशि जब्त, अनुबंध निरस्त

Chhattisgarh: जल जीवन मिशन के ठेकेदारों की लापरवाही के कारण सुरक्षा राशि जब्त, अनुबंध निरस्त रायगढ़ जिले के जल जीवन मिशन में देरी करने वाले ठेकेदारों पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। विभाग ने ठेकेदारों की लापरवाही को गंभीरता से लिया है और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि जल जीवन मिशन के तहत पानी की आपूर्ति से जुड़ी परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जाए। विभाग ने ठेकेदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि इस परियोजना में कोई और देरी न हो और लोगों को समय पर स्वच्छ जल उपलब्ध हो सके।

रायगढ़ जिले के जल जीवन मिशन में काम करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने कार्रवाई शुरू की है। रायगढ़ के धरमजयगढ़ मंडल में सिंगल विलेज के तहत काम करने वाले दो ठेकेदारों ने अनुबंध की तय अवधि के भीतर काम शुरू नहीं किया। इसके बाद, उनके अनुबंध को निरस्त कर दिया गया और उनकी अमानत राशि को राजसात कर लिया गया है। इस कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि विभाग अब इस तरह की लेटलतीफी को बर्दाश्त नहीं करेगा और समय पर काम करने वाले ठेकेदारों को ही प्राथमिकता दी जाएगी।

सुरक्षा राशि भी हुई जब्त, प्रशासन ने की सख्ती

यह जानकारी देते हुए ईई पीएचई परीक्षित चौधरी ने बताया कि जांजगीर-चांपा के मेसर्स हीरा देवी को जल जीवन मिशन के तहत विकास खण्ड धरमजयगढ़ के ग्राम गीधकालो में सिंगल विलेज नल जल प्रदाय योजना के लिए पाइपलाइन जोड़ने, बिछाने और नल कनेक्शन निर्माण का कार्य सौंपा गया था। इस ठेकेदार का अनुबंध 27 नवंबर 2023 को समाप्त हो गया, लेकिन संबंधित फर्म द्वारा आज दिनांक तक कार्य की शुरुआत नहीं की गई। इसलिए अनुबंध की शर्तों के अनुसार, उनका अनुबंध निरस्त कर दिया गया है, और जमा की गई अमानत राशि को राजसात कर लिया गया है।

इसी प्रकार, धर्मजयगढ़ के ग्राम रामपुर में सिंगल विलेज सोलर आधारित नल जल प्रदाय योजना में नल कनेक्शन विस्तार का कार्य सक्ति जिले के मेसर्स के पी राठौर को सौंपा गया था। इन दोनों ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने की अनुशंसा राज्य कार्यालय से की गई है।

दो ठेकदारों को ब्लैकलिस्ट किया गया, दोषी पाए गए

उनका अनुबंध 27 जनवरी 2024 को समाप्त हो चुका है। इसके साथ ही यह देखा गया कि उन्होंने आज तक कोई कार्य प्रारंभ नहीं किया, जिसके परिणामस्वरूप उनका अनुबंध निरस्त कर दिया गया और उनके द्वारा जमा की गई अमानत राशि को राजसात कर लिया गया। इसके अतिरिक्त, राज्य कार्यालय में मिशन डायरेक्टर को पत्र भेजकर दोनों ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने की अनुशंसा भी की गई है।

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