Jagdalpur: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना महतारी वंदन योजना ने प्रदेश की 70 लाख महिलाओं को हर माह लाभ पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकें।
लेकिन बस्तर जिले में स्थित कई गरीब महिलाएं इस योजना के लाभ से वंचित हैं, जिससे उनके बीच सरकार के प्रति असंतोष बढ़ रहा है। बस्तर जिले में लगभग 15 हजार महिलाओं के आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है, जिसके कारण ये महिलाएं अब सरपंच, सचिव और सांसद तक के दफ्तरों के चक्कर लगा रही हैं।
महतारी वंदन योजना का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ राज्य की गरीब महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इसके तहत महिलाओं को एक निश्चित राशि हर माह दी जाती है। यह राशि महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा देने के साथ-साथ उनकी सामाजिक स्थिति को भी सुधारने का काम करती है। योजना के तहत राज्य की गरीब और गरीब-मध्यम वर्ग की महिलाएं लाभान्वित होती हैं, खासकर उन महिलाओं को जो ग्रामीण इलाकों में रह रही हैं और जिनके पास आय के स्थिर स्रोत नहीं हैं।
बस्तर जिले की महिलाओं ने इस योजना के लाभ के लिए नगरनार ग्राम पंचायत स्तर पर आवेदन जमा किए थे, लेकिन फिर भी उन्हें कोई लाभ नहीं मिला। ये महिलाएं कई बार आवेदन भर चुकी हैं, लेकिन आज तक उन्हें किसी भी तरह का वित्तीय लाभ नहीं मिला है। एक महिला ने बताया, “हमने आवेदन फॉर्म दो-तीन बार भरा, लेकिन अब तक हमें कोई मदद नहीं मिली। सरपंच ने कहा था कि पैसे मिलेंगे, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।”
महिलाएं अब प्रशासन के पास, पंचायत स्तर से लेकर सांसद कार्यालय तक, अपनी समस्याओं के समाधान के लिए लगातार दौड़ रही हैं, लेकिन उन्हें हर जगह एक ही जवाब मिलता है कि योजना का लाभ मिलेगा, लेकिन कब यह नहीं बताया जाता।
बस्तर के सांसद महेश कश्यप ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “बस्तर में ऐसी हजारों महिलाएं हैं जिनके आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं, हो सकता है कि आवेदन में कोई गलती रही हो।” उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही महतारी वंदन योजना का पोर्टल फिर से खुलेगा, महिलाओं को योजना का लाभ दिलाया जाएगा। कश्यप ने यह भी कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता यह है कि हर गरीब और विवाहित महिला को इस योजना का लाभ मिल सके और किसी को भी इससे वंचित न रखा जाए।
इस बीच, कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जहां लोग जालसाजी कर इस योजना का लाभ ले रहे थे। प्रशासन के इस लापरवाह रवैये ने महिलाओं के मन में असंतोष को और बढ़ा दिया है। महिलाएं इस बात से नाराज हैं कि प्रशासन उन्हें लाभ देने के बजाय योजनाओं में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है। प्रशासन की यह असंवेदनशीलता केवल गरीब महिलाओं की परेशानियों को बढ़ा रही है, जो पहले से ही आर्थिक तंगी और सामाजिक समस्याओं का सामना कर रही हैं।
बस्तर जिले की महिलाएं इस समय महतारी वंदन योजना के लाभ से वंचित हैं और उन्हें प्रशासन से न्याय की उम्मीद है। हालांकि, सांसद महेश कश्यप ने यह आश्वासन दिया है कि जल्द ही महिलाएं इस योजना का लाभ प्राप्त करेंगी, लेकिन उन्हें यह भी देखना होगा कि इस प्रक्रिया में और कोई गलतियां न हों, ताकि सभी योग्य महिलाएं सही समय पर योजना का लाभ उठा सकें। सरकार और प्रशासन को इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर, जालसाजी पर रोक लगानी होगी और महिलाओं को जल्द से जल्द लाभ प्रदान करना होगा ताकि उनके जीवन में सुधार आ सके।