BREKING NEWS: नई दिल्ली, 26 जनवरी 2025: आज देश अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर एक भव्य और रंगारंग समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की, जिन्होंने ध्वजारोहण कर परेड का शुभारंभ किया। समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान में सलामी दी और इस महत्वपूर्ण दिन को देशवासियों के लिए एक गर्व का अवसर बताया।
इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हैं। यह भारत और इंडोनेशिया के बीच मजबूत और दोस्ताना संबंधों का प्रतीक है, जो दोनों देशों के सांस्कृतिक और आर्थिक सहयोग को नई दिशा देगा। इस अवसर पर भारत की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक धरोहर और विविधता का प्रदर्शन करने वाले विभिन्न झांकियों का आयोजन किया गया, जो देश की समृद्ध परंपराओं और भविष्य की दिशा को दर्शाते हैं।
सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने इस दिन के महत्व को रेखांकित किया और देशवासियों से एकजुट होकर राष्ट्र की प्रगति और सुरक्षा में योगदान देने का आह्वान किया। 76वें गणतंत्र दिवस के इस कार्यक्रम ने देश के संविधान और लोकतंत्र की शक्ति को दर्शाते हुए एक नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार किया।
गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर, भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली के कर्तव्य पथ (पूर्व में राजपथ) पर तिरंगे को फहराया। इस ऐतिहासिक दिन को समर्पित समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू ने भारतीय लोकतंत्र की शक्ति और एकता को प्रदर्शित करते हुए राष्ट्रीय ध्वज को गर्व के साथ फहराया। इस कार्यक्रम में भारतीय सशस्त्र बलों और अन्य प्रतिष्ठित संस्थाओं के जवानों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट का आयोजन किया गया।
समारोह की प्रमुख विशेषताएँ:
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन: राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में भारत की स्वतंत्रता संग्राम की महिमा और लोकतंत्र के प्रति देशवासियों के सामूहिक कर्तव्यों का उल्लेख किया। उन्होंने भारतीय संस्कृति, विविधता और समृद्ध इतिहास की सराहना की और सभी नागरिकों से एकजुट होकर देश की प्रगति के लिए काम करने की अपील की।
- मार्च पास्ट और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ: कर्तव्य पथ पर विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों, पुलिस बलों, और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवानों ने मार्च पास्ट किया। इस दौरान भारतीय सैनिकों की शौर्य और पराक्रम को प्रदर्शित करने वाली झांकियाँ भी दिखाई गईं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भारत की विविधता को उजागर किया, जिसमें पारंपरिक नृत्य और संगीत प्रस्तुतियाँ शामिल थीं।
- विशेष झांकियाँ: भारतीय सशस्त्र बलों, पुलिस और एनसीसी द्वारा प्रस्तुत की गई झांकियाँ देश की ताकत और विविधता को दर्शाती हैं। इसके अतिरिक्त, विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा सांस्कृतिक और सामाजिक कल्याण योजनाओं की झांकियाँ भी प्रस्तुत की गईं।
- राष्ट्रीय वीरता पुरस्कारों की घोषणा: गणतंत्र दिवस के अवसर पर, राष्ट्रपति ने भारतीय सेना, पुलिस बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के वीर जवानों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अद्वितीय साहस और बलिदान का प्रदर्शन किया।
समारोह का महत्व:
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को भारत में इस दिन के महत्व को मनाने का अवसर होता है क्योंकि इस दिन भारतीय संविधान लागू हुआ था, जिससे देश को एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में नवाचार प्राप्त हुआ। इस दिन का आयोजन भारतीय संस्कृति, स्वतंत्रता संग्राम, और राष्ट्र की एकता और अखंडता का प्रतीक बनकर मनाया जाता है।
गणतंत्र दिवस समारोह 2025 में भारतीय लोगों ने देश के संविधान के प्रति अपने सम्मान और प्यार को प्रकट करते हुए इसे एक ऐतिहासिक और यादगार घटना बना दिया।