CG NEWS: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (CGBSE) द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षाओं में हाल के वर्षों में छात्रों के कमजोर प्रदर्शन ने शिक्षाविदों, अभिभावकों और नीति निर्माताओं के बीच गंभीर चिंता पैदा कर दी है। यह गिरावट न केवल छात्रों के व्यक्तिगत भविष्य पर प्रभाव डाल रही है, बल्कि राज्य की शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े कर रही है।
पिछले वर्षों का प्रदर्शन
पिछले कुछ वर्षों में सीजी बोर्ड की परीक्षाओं में उत्तीर्ण प्रतिशत में गिरावट देखी गई है। जहां पहले छात्र अपेक्षाकृत बेहतर अंक प्राप्त कर रहे थे, वहीं हाल के परिणामों में फेल होने वाले छात्रों की संख्या बढ़ रही है। विषयवार विश्लेषण से पता चला है कि गणित और विज्ञान जैसे विषयों में छात्र सबसे अधिक संघर्ष कर रहे हैं।
कमजोर प्रदर्शन के प्रमुख कारण
ऑनलाइन शिक्षा का प्रभाव: कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली अपनाई गई, लेकिन संसाधनों की कमी और प्रभावी शिक्षण विधियों के अभाव में कई छात्रों को पाठ्यक्रम समझने में कठिनाई हुई।
पाठ्यक्रम की जटिलता: कई छात्रों को पाठ्यक्रम कठिन लग रहा है, जिससे वे परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं।
स्व-अध्ययन की कमी: छात्रों में स्व-अध्ययन की आदत विकसित नहीं हो पा रही है, जिससे वे बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं।
शिक्षकों की कमी: कई सरकारी स्कूलों में योग्य शिक्षकों की कमी देखी गई है, जिससे छात्रों को विषयों की गहरी समझ नहीं मिल पाती।
परीक्षा का डर और मानसिक दबाव: बोर्ड परीक्षा का मानसिक दबाव भी छात्रों के प्रदर्शन को प्रभावित कर रहा है, जिससे वे परीक्षा में पूरी क्षमता से प्रदर्शन नहीं कर पाते।
संभावित समाधान
- अभ्यास परीक्षाओं का आयोजन: यदि छात्रों को नियमित रूप से मॉक टेस्ट दिए जाएं, तो वे परीक्षा के पैटर्न को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं।
- व्यक्तिगत मार्गदर्शन: कमजोर छात्रों को व्यक्तिगत रूप से सहायता प्रदान करने के लिए स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन किया जाना चाहिए।
- शिक्षकों की भर्ती: योग्य शिक्षकों की नियुक्ति से छात्रों की समझ और प्रदर्शन में सुधार किया जा सकता है।
- मनोवैज्ञानिक परामर्श: छात्रों को परीक्षा के तनाव से निपटने के लिए परामर्श दिया जाना चाहिए ताकि वे आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दें।
- ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षा का संतुलन: डिजिटल शिक्षा को प्रभावी बनाने के साथ-साथ पारंपरिक कक्षाओं को भी मजबूत किया जाना चाहिए।
निष्कर्ष
सीजी बोर्ड परीक्षाओं में लगातार गिरते परिणामों को सुधारने के लिए शिक्षकों, अभिभावकों और सरकार को मिलकर प्रयास करने होंगे। शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना और छात्रों को सही मार्गदर्शन देना ही इस समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है। यदि सही कदम उठाए जाते हैं, तो आने वाले वर्षों में परीक्षा परिणामों में सुधार संभव है, जिससे छात्रों का भविष्य उज्जवल होगा।