CG NEWS: रायपुर प्रदेशभर में संविदा कर्मियों ने अपने हक की लड़ाई तेज कर दी है। वेतन वृद्धि, नियमितीकरण और बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर संविदा कर्मचारी आंदोलन के मूड में नजर आ रहे हैं। उन्होंने सरकार से अपील की है कि लंबे समय से स्थायी पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को नियमित किया जाए और वेतनमान में सुधार किया जाए।
संविदा कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
- वेतन में वृद्धि – महंगाई को देखते हुए संविदा कर्मियों को नियमित कर्मचारियों के बराबर वेतन मिलना चाहिए।
- नियमितीकरण – कई कर्मचारी 10-15 साल से संविदा पर कार्यरत हैं, लेकिन उन्हें अभी तक स्थायी नहीं किया गया है।
- सुविधाओं में सुधार – चिकित्सा सुविधा, बीमा योजना, और पेंशन लाभ संविदा कर्मचारियों को भी मिलना चाहिए।
- अनुबंध नीति में बदलाव – कर्मचारियों का कहना है कि हर साल नए सिरे से अनुबंध नवीनीकरण का दबाव बनाया जाता है, जिससे उनकी नौकरी असुरक्षित बनी रहती है।
सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य सरकार ने कहा है कि संविदा कर्मियों की मांगों पर विचार किया जाएगा। हाल ही में बिलासपुर हाई कोर्ट के फैसले में 10 साल से कार्यरत कर्मचारियों के नियमितीकरण का आदेश दिया गया था, जिससे अन्य संविदा कर्मियों को भी उम्मीद बंधी है।
संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने कहा,
“यदि हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो हम सरकार के खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।”
क्या हो सकता है आगे
- यदि सरकार सकारात्मक निर्णय लेती है, तो संविदा कर्मचारियों को नियमित करने और वेतन बढ़ाने की प्रक्रिया तेज हो सकती है।
- यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो संविदा कर्मचारी हड़ताल या धरना प्रदर्शन का सहारा ले सकते हैं।