CG NEWS: धूमधाम से संपन्न हुआ लोक कला महोत्सव

CG NEWS: लोक संस्कृति और परंपराओं को जीवंत रखने के उद्देश्य से आयोजित लोक कला महोत्सव धूमधाम से संपन्न हुआ। इस महोत्सव में देशभर के विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकारों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

महोत्सव की मुख्य विशेषताएँ

यह भव्य आयोजन तीन दिनों तक चला, जिसमें लोक नृत्य, पारंपरिक संगीत, हस्तकला प्रदर्शन और लोक नाट्य जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। उत्सव का उद्घाटन प्रसिद्ध लोक गायक [गायक का नाम] द्वारा किया गया, जिन्होंने अपनी सुमधुर प्रस्तुति से समां बांध दिया।

लोक नृत्य और संगीत की छटा

महोत्सव का मुख्य आकर्षण विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य रहे। राजस्थान का घूमर, पंजाब का भंगड़ा, गुजरात का गरबा, महाराष्ट्र का लावणी और असम का बिहू नृत्य जैसे रंगारंग प्रस्तुतियों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुनों के साथ लोक गायकों ने अपनी सजीव प्रस्तुतियों से वातावरण में उत्साह भर दिया।

हस्तशिल्प और पारंपरिक व्यंजन

महोत्सव में लगाए गए हस्तशिल्प मेले में विभिन्न प्रांतों के कारीगरों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। मिट्टी के बर्तन, लकड़ी की नक्काशी, जूट से बने सजावटी सामान और पारंपरिक वस्त्रों की दुकानों पर भारी भीड़ देखी गई। इसके साथ ही, महोत्सव में पारंपरिक व्यंजनों के स्टॉल भी लगाए गए, जहां लोगों ने राजस्थानी दाल-बाटी, पंजाबी छोले-भटूरे, दक्षिण भारतीय इडली-सांभर और बिहार के लिट्टी-चोखा का आनंद लिया।

लोक नाट्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम

इस आयोजन में लोक नाट्य के मंचन ने भी लोगों को खूब आकर्षित किया। नौटंकी, रामलीला, कथकली और यक्षगान जैसे पारंपरिक नाटकों ने भारतीय लोक परंपरा की झलक प्रस्तुत की।

समापन समारोह

महोत्सव का समापन एक भव्य सांस्कृतिक संध्या के साथ हुआ, जिसमें प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। इस अवसर पर सम्मानित अतिथियों ने लोक कलाकारों को पुरस्कृत किया और भारतीय लोक कला को संजोकर रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।

यह लोक कला महोत्सव न केवल मनोरंजन का माध्यम बना, बल्कि भारतीय लोक संस्कृति और परंपराओं को जीवंत रखने का एक प्रयास भी साबित हुआ। इस आयोजन ने देश की विविधता में एकता की भावना को प्रबल किया और लोक कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन मंच प्रदान किया।

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