CG NEWS: भारत की प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा समाधान कंपनी एनएसएल (NSL) को जर्मन प्रमाणन एजेंसी टीयूवी नॉर्ड (TÜV Nord) द्वारा सीई (CE) सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। इस प्रमाणपत्र के मिलने के बाद अब एनएसएल के उत्पादों को यूरोपीय बाजारों में प्रवेश करने का रास्ता साफ हो गया है।
सीई सर्टिफिकेट का महत्व
सीई मार्क एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और गुणवत्ता मानक है, जो यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी उत्पाद की गुणवत्ता, सुरक्षा और पर्यावरणीय अनुकूलता यूरोपियन यूनियन (EU) के नियमों के अनुसार है। यह प्रमाणन मिलने का मतलब है कि एनएसएल के उत्पाद अब यूरोप के विभिन्न देशों में बिना किसी अतिरिक्त बाधा के बेचे जा सकते हैं।
एनएसएल को कैसे मिला यह प्रमाणन
एनएसएल ने अपने उत्पादों की गुणवत्ता, टिकाऊपन और सुरक्षा मानकों को यूरोपीय मानकों के अनुसार ढालने के लिए व्यापक परीक्षण किए। इन परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद टीयूवी नॉर्ड ने कंपनी को सीई सर्टिफिकेट जारी किया।
यूरोपीय बाजार में एनएसएल की संभावनाएं
- यूरोप में नवीकरणीय ऊर्जा की मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे एनएसएल को एक बड़ा अवसर मिल सकता है।
- सीई सर्टिफिकेशन के बाद अब एनएसएल अपनी सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और अन्य स्वच्छ ऊर्जा उत्पादों को यूरोप में बेच सकेगी।
- इससे कंपनी के कारोबार में वृद्धि होगी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा उद्योग की साख भी बढ़ेगी।
एनएसएल के सीईओ की प्रतिक्रिया
एनएसएल के सीईओ ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि “सीई प्रमाणन प्राप्त करना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इससे हमें वैश्विक बाजारों में अपनी पहचान बनाने और टिकाऊ ऊर्जा समाधानों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।”
निष्कर्ष
टीयूवी नॉर्ड द्वारा एनएसएल को सीई सर्टिफिकेट मिलने से कंपनी को अंतरराष्ट्रीय विस्तार का बड़ा मौका मिला है। अब एनएसएल के उत्पाद यूरोपीय बाजार में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं, जिससे भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को भी वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलेगी।