CG NEWS: 13 सालों की उम्मीद पर पानी विराट का बोल्ड आउट और सिर झुकाना

CG NEWS: दिल्ली और रेलवे के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी के मुकाबले में विराट कोहली की बल्लेबाजी पर सबकी नजरें थीं। विराट ने अपनी टीम के लिए उम्मीदें जगाई थीं, लेकिन पहले ही पारी में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। विराट कोहली सिर्फ 6 रन बनाकर आउट हो गए। उनका विकेट एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ, क्योंकि उनकी बल्लेबाजी पर बहुत ध्यान दिया जा रहा था और उम्मीद की जा रही थी कि वह टीम को मजबूती देंगे। हालांकि, कोहली का जल्दी आउट होना मैच के लिए एक महत्वपूर्ण घटना बन गई।

रणजी ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में जहां प्रत्येक खिलाड़ी को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की जरूरत होती है, वहां विराट के जल्दी आउट होने से दिल्ली टीम को झटका लगा। यह घटना दर्शाती है कि क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी का दिन खराब हो सकता है, भले ही वह विराट कोहली जैसे बड़े नाम हों।

विराट कोहली की बल्लेबाजी देखने के लिए अरुण जेटली स्टेडियम में हजारों की संख्या में दर्शक पहुंचे थे। कोहली के घरेलू क्रिकेट में 13 साल बाद वापसी करने पर फैंस काफी उत्साहित थे। दिल्ली की टीम के लिए कोहली ने बैटिंग की शुरुआत की, और उम्मीदें थीं कि वह एक बेहतरीन पारी खेलेंगे, लेकिन दुर्भाग्यवश, वह सिर्फ 6 रन ही बना पाए। कोहली ने 15 गेंदों का सामना किया और हिमांशु सांगवान की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए।

यह स्थिति उनके फैंस के लिए निराशाजनक थी, क्योंकि लंबे समय बाद उन्हें घरेलू क्रिकेट में विराट कोहली को बैटिंग करते देखने का मौका मिला था। इस मैच के दौरान अरुण जेटली स्टेडियम में लगभग 80 के दशक की संख्या में दर्शक पहुंचे थे, जो घरेलू क्रिकेट के लिए एक असाधारण दर्शक संख्या मानी जाती है। हालांकि कोहली की पारी बहुत छोटी रही और दिल्ली के कुल स्कोर में उनका योगदान बहुत कम था, फिर भी यह पल कोहली के फैंस के लिए अविस्मरणीय था।

विराट कोहली ने अपना आखिरी घरेलू क्रिकेट मैच 2012 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ गाजियाबाद में खेला था। यह मैच रेलवे के खिलाफ था, जिसमें विराट कोहली का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। वह इस मैच में केवल एक चौका ही लगा पाए और हिमांशु की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए।

इससे पहले दिल्ली टीम के अन्य बल्लेबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। अर्पित राणा 10 रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे, वहीं यश धुल 32 रन बनाकर आउट हुए। इससे पहले, दिल्ली टीम रेलवे की पहली पारी से 150 रन पीछे थी।

रेलवे टीम ने पहले दिन 67.4 ओवर बल्लेबाजी की, और इस दौरान उन्होंने सभी विकेट गंवाने के बाद कुल 241 रन बनाए। रेलवे की ओर से उपेंद्र यादव ने शानदार 95 रन की पारी खेली, जो उनके लिए मैच का सबसे महत्वपूर्ण योगदान था।

यह मैच विराट कोहली और दिल्ली टीम के लिए एक निराशाजनक अनुभव रहा, लेकिन यह क्रिकेट इतिहास का एक अहम हिस्सा भी है, क्योंकि यह विराट का घरेलू क्रिकेट में आखिरी मैच था।

उपेंद्र ने डिफेंस में शानदार प्रदर्शन करते हुए 177 गेंदों पर 10 चौकों और 1 छक्के की मदद से 95 रन बनाए। उनकी इस शानदार पारी के कारण टीम को मजबूती मिली। उपेंद्र ने कर्ण शर्मा के साथ मिलकर 104 रन की साझेदारी की, जहां कर्ण ने 106 गेंदों पर अर्धशतक बनाते हुए अपना योगदान दिया। इसके बाद, हिमांशु सांगवान के साथ उपेंद्र ने 59 रन की साझेदारी की, जो टीम की पारी को और भी मजबूत करने में सहायक साबित हुई।

दिल्ली की गेंदबाजी में तेज गेंदबाज नवदीप सैनी और स्पिनर सुमित माथुर ने तीन-तीन विकेट लेकर विपक्षी टीम को दबाव में डाला। वहीं, तेज गेंदबाज सिद्धांत शर्मा और मनी ग्रेवाल ने भी दो-दो विकेट हासिल किए, जिससे दिल्ली ने पारी के दौरान प्रभावी गेंदबाजी की।

पहले दिन का खेल समाप्त होने तक, दिल्ली की टीम ने 10 ओवर में 1 विकेट खोकर 41 रन बना लिए थे। इस समय यश धुल और सनत सांगवान नाबाद थे, और टीम को आगे बढ़ने के लिए मजबूत स्थिति में रखा था।

यह विवरण एक क्रिकेट मैच के अंतिम सत्र का है, जिसमें उपेंद्र और सांगवान की शानदार बल्लेबाजी की बात की जा रही है।

उपेंद्र ने अपनी बल्लेबाजी में स्ट्राइक रोटेशन का बेहतरीन इस्तेमाल किया और आक्रमण करते हुए रन बनाने की कोशिश की। वहीं, दूसरी ओर सांगवान ने शिवम शर्मा को लगातार दो छक्के मारकर अपनी ताकतवर बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। उपेंद्र शतक के बेहद करीब थे, लेकिन पांच रन पहले ही वह सुमित की गेंद पर लॉन्ग-ऑफ पर कैच होकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद सुमित ने सांगवान को 29 रन पर आउट किया, जिससे रेलवे की पारी समाप्त हो गई।

यह विवरण एक रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट मैच की समाप्ति का संकेत देता है, जिसमें गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों ने अपनी अपनी भूमिकाओं में अच्छा प्रदर्शन किया।

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