CG NEWS: नारी शिक्षा और सशक्तिकरण समाज में एक नई क्रांति की शुरुआत कर रहे हैं। शिक्षा न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाती है, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक भी करती है। जब एक महिला शिक्षित होती है, तो वह न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे समाज को आगे बढ़ाने में योगदान देती है।
आज महिलाएँ शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। वे विज्ञान, तकनीक, राजनीति, कला और व्यापार जैसे क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। शिक्षा के माध्यम से महिलाएँ अपने हक के लिए आवाज उठा रही हैं और सामाजिक रूढ़ियों को तोड़ रही हैं।
सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न सशक्तिकरण कार्यक्रम, जैसे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ और ‘सुकन्या समृद्धि योजना’, महिलाओं को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। इसके अलावा, डिजिटल शिक्षा और ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ने भी महिलाओं को घर बैठे सीखने और अपने सपनों को साकार करने का अवसर प्रदान किया है।
महिला सशक्तिकरण सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि समाज में बदलाव लाने की वास्तविकता बन चुका है। जब महिलाएँ सशक्त होंगी, तो एक बेहतर और संतुलित समाज का निर्माण संभव होगा। यही बदलाव की नई लहर है, जो महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने और एक उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करने में मदद कर रही है।