CG NEWS : एक साल में 20% से ज्यादा बढ़े अपराध, जिले में क्राइम मीटिंग आयोजित

CG NEWS : दुर्ग जिले में लगातार बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए अब पुलिस प्रशासन ने एक ठोस कदम उठाते हुए दुर्ग सर्कल की क्राइम मीटिंग आयोजित की है। यह बैठक दुर्ग जिले के सभी 26 थाना प्रभारियों, विवेचना अधिकारियों और सीएसपी (सहायक पुलिस अधीक्षक) की उपस्थिति में आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में बढ़ते अपराधों को रोकने और पुलिस कार्यों में कसावट लाने के लिए नए दिशा-निर्देश और कार्य योजना तैयार करना था। यह बैठक दुर्ग के सेक्टर 6 स्थित कंट्रोल रूम में आयोजित की गई, जहां एसपी जितेंद्र शुक्ला ने 2024 के लिए रिव्यू मीटिंग का आयोजन किया।

बैठक में जो मुख्य बातें सामने आईं, उनमें सबसे अहम यह थी कि पिछले तीन महीनों में दुर्ग जिले में अपराध की दर में 20 प्रतिशत से अधिक का इजाफा हुआ है। यह आंकड़ा पुलिस प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया, क्योंकि यह संकेत देता है कि अपराधियों के बीच कानून का डर खत्म हो रहा है और उन्हें अपराध करने का हौसला मिल रहा है। इस पर एसपी जितेंद्र शुक्ला ने तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए और सभी थाना प्रभारियों से कहा कि वह उन सभी वारंटों को जल्द से जल्द तामील करें जो लंबित पड़े हैं।

इसके अलावा, एसपी ने ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत सख्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। इसका मतलब है कि अब कोई भी अपराधी या अपराध की गतिविधि नहीं बख्शी जाएगी, चाहे वह छोटा हो या बड़ा। ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत पुलिस अधिकारियों को अपराधों की रोकथाम के लिए कठोर कदम उठाने होंगे। यह नीति यह सुनिश्चित करने के लिए लागू की जा रही है कि अपराधियों के मन में पुलिस का भय हो और वे कानून का उल्लंघन करने से डरें।

बैठक में यह भी निर्देशित किया गया कि अब जिले के सभी थानों की सिलसिलेवार क्राइम मीटिंग ली जाएगी। इसका उद्देश्य अपराधों की समीक्षा करना और भविष्य में होने वाली वारदातों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाना है। सभी थाना प्रभारियों को यह हिदायत दी गई है कि वे अपनी-अपनी पुलिस स्टेशन में विभिन्न धाराओं के तहत अपराधों पर ध्यान दें और पेंडिंग मामलों को प्राथमिकता के आधार पर हल करें। इसके साथ ही, जो लोग थानों में शिकायत करने आते हैं, उनकी मदद भी प्राथमिकता से की जाएगी ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

बैठक में यह भी तय किया गया कि पुराने अपराधों और लंबित शिकायतों के निराकरण के लिए जल्द से जल्द कार्यवाही की जाएगी। एसपी ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रत्येक महीने थाना प्रभारियों और उनके स्टाफ के कार्य प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अपराधों, मर्ग (हत्या), गुम इंसान और शिकायतों का समाधान प्रभावी रूप से हो रहा है। इसके अलावा, एसपी ने निर्देश दिया कि हर सप्ताह अनुविभाग के सभी थाना प्रभारियों और रीडर की बैठक आयोजित की जाएगी, ताकि पुलिस कार्यों की गुणवत्ता में सुधार हो सके और अपराधों की रोकथाम के लिए बेहतर योजनाएं बनाई जा सकें।

यह क्राइम मीटिंग केवल दुर्ग जिले में बढ़ते अपराधों के खिलाफ पुलिस के सख्त कदम को ही दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि पुलिस प्रशासन अपने कर्तव्यों के प्रति कितना गंभीर है और अपराधों को नियंत्रित करने के लिए वह किस तरह से नए उपायों की योजना बना रहा है। इस बैठक के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि जिले में अपराधों की दर में कमी आएगी और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली में सुधार होगा।

Leave a Comment