Cg Traffice Police: यातायात पुलिस ने मॉडिफाइड सायलेंसरों पर कसा शिकंजा, 102 सायलेंसरों का नष्टीकरण

Cg Traffice Police: राजनांदगांव में दोपहिया बुलेट वाहनों के चालकों द्वारा मोडिफाइड साइलेंसर लगाकर ध्वनि प्रदूषण फैलाने के खिलाफ यातायात पुलिस विभाग ने सख्त कार्रवाई की है। इन वाहन चालकों ने अपने वाहनों में ऐसे साइलेंसर लगाए थे, जो पटाखों जैसी तेज आवाज निकालते थे, जिससे न केवल शांति भंग होती थी, बल्कि ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ता था। इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए पुलिस विभाग ने इन साइलेंसरों को जब्त किया और अब इन्हें नष्ट कर दिया गया है। पुलिस विभाग ने 102 साइलेंसरों को जब्त किया था, जिन्हें अब पूरी तरह से नष्ट किया गया।

यातायात पुलिस विभाग द्वारा यह कार्रवाई पिछले कुछ महीनों में की गई थी। ये साइलेंसर वाहन चालकों द्वारा अपने दोपहिया वाहनों में लगवाए गए थे, जिनसे तेज और कर्कश आवाजें निकलती थीं, जो आस-पास के इलाकों में असहज स्थिति पैदा कर देती थीं। इन आवाजों से न केवल लोगों को परेशानी होती थी, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी हानिकारक था, क्योंकि यह ध्वनि प्रदूषण का कारण बन रहा था। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के तहत अब इन साइलेंसरों को नष्ट कर दिया गया है, ताकि इस प्रकार के प्रदूषण को रोका जा सके।

नष्टिकरण की प्रक्रिया के दौरान पुलिस विभाग ने एक बुलडोजर का उपयोग किया। इन 102 साइलेंसरों को एक स्थान पर जमीन पर रखकर उन पर रोलर चलाया गया, जिससे इनका पूरी तरह से विनाश हो गया। इस कार्रवाई की निगरानी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा ने की थी। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि यह कार्रवाई एक साल के भीतर की गई जब्त साइलेंसरों के नष्टिकरण के रूप में की गई है, और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

पुलिस विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई से यह संदेश दिया गया है कि ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा देने वाले ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। अब तक, पुलिस ने 102 वाहनों से ऐसे साइलेंसर जब्त किए हैं। इसके अलावा, आठ वाहन चालकों के खिलाफ ईश्तगाशा तैयार कर न्यायालय में पेश किया गया है, और बाकी के वाहन चालकों को मौके पर ही समझाया गया कि वे अपने वाहनों से ऐसे साइलेंसर हटवा लें। उन्हें चेतावनी दी गई कि यदि भविष्य में फिर से ऐसा कोई कृत्य किया गया, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

यह कार्रवाई न केवल यातायात नियमों के उल्लंघन के खिलाफ है, बल्कि यह समाज में शांति बनाए रखने और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस विभाग की इस कड़ी कार्रवाई से यह साफ है कि अब इस प्रकार के कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और वाहन चालकों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

अंततः, इस कार्रवाई से यह भी उम्मीद की जा रही है कि अन्य वाहन मालिकों को भी यह संदेश मिलेगा कि यदि वे ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाली चीजें अपने वाहनों में लगाते हैं, तो पुलिस विभाग उनकी पहचान करेगा और आवश्यक कदम उठाएगा। यह कदम शहर के वातावरण को सुरक्षित और शांति से भरपूर रखने के लिए आवश्यक था।

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