Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के 32 मजदूर महाराष्ट्र में फंसे, परिजनों ने एसपी से निवारण की किया अनुरोध

chhattisgarh: यह खबर एक गंभीर और संवेदनशील स्थिति को दर्शाती है, जिसमें बंधक मजदूरों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। परिजनों ने बताया कि मजदूरों को एक टीन शेड में बंद कर रखा गया है, जहां उन्हें न तो पर्याप्त भोजन मिल रहा है और न ही उनकी बुनियादी जरूरतों का ध्यान रखा जा रहा है। इसके अलावा, ठेकेदार ग्रामीणों को छोड़ने के लिए 9 लाख रुपए की मांग कर रहा है, जो एक गंभीर और अनैतिक व्यापारिक व्यवहार को उजागर करता है। यह घटनाएं न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन हैं, बल्कि समाज में गहरी असमानता और शोषण की स्थिति को भी दर्शाती हैं।

मानपुर-मोहला-अंबागढ़ चौकी जिले के चौकी विकासखंड के ग्राम विचारपुर के 32 मजदूरों को महाराष्ट्र के नांदेड़ में बंधक बनाए जाने का मामला सामने आया है। ये मजदूर काम की तलाश में नांदेड़ गए थे, लेकिन वहां उन्हें ठेकेदार द्वारा बंधक बना लिया गया। इस घटनाक्रम के बाद मजदूरों के परिजन और गांव के ग्रामीणों ने सोमवार को कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपकर इन मजदूरों की सुरक्षित रिहाई की मांग की। परिजनों का कहना है कि मजदूरों को ठेकेदार के चंगुल से बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए, ताकि वे जल्द से जल्द अपने घर लौट सकें।

यह रिपोर्ट एक गंभीर मुद्दे को उजागर करती है जिसमें ठेकेदार ने मजदूरों को धोखे से काम के लिए ले जाकर उन्हें नजरबंद कर दिया है। महाराष्ट्र के नांदेड़ तहसील के निवासी ठेकेदार ने विचारपुर गांव के 32 मजदूरों को मिर्ची तुड़ाई के बहाने अपने साथ ले लिया, लेकिन अब उन्हें काम बदलकर गन्ना तुड़ाई में लगा दिया है और वापसी की अनुमति नहीं दी जा रही। गुलहल्ली गांव के ग्रामीण इन मजदूरों पर नजर बनाए हुए हैं, और उनकी स्थिति में अनहोनी की आशंका जताई जा रही है। मजदूरों के परिजनों ने इस घटना के संबंध में जिला प्रशासन और पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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