CWC MEETING: कर्नाटक के बेलगावी में गुरुवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक का आयोजन किया गया, जिसे ‘नव सत्याग्रह बैठक’ के नाम से जाना जा रहा है। इस बैठक का आयोजन महात्मा गांधी की अध्यक्षता में हुए बेलगाम अधिवेशन की 100वीं वर्षगांठ पर किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी के योगदान को याद करते हुए अपने राजनीतिक और सामाजिक उद्देश्य को फिर से रेखांकित किया।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में 2025 में होने वाली राजनीतिक और चुनावी चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया गया। कांग्रेस पार्टी के प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, और पार्टी के अन्य शीर्ष नेता बेलगावी में इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए। इस बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस पार्टी का मानना है कि भारत जोड़ो यात्रा ने पार्टी को ‘संजीवनी’ प्रदान की, और यह कांग्रेस की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। इसके बाद भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आयोजन किया गया और अब 26 जनवरी 2025 को ‘संविधान बचाओ राष्ट्रीय पद यात्रा’ शुरू करने की योजना बनाई गई है, जो एक वर्ष तक चलेगी।
राहुल गांधी ने इस बैठक में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने निर्वाचन आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में किए गए बदलावों से गड़बड़ी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गांधी ने यह मुद्दा उठाया कि महाराष्ट्र के जिन 118 विधानसभा सीटों पर 72 लाख नए मतदाता जोड़े गए, उनमें से 102 सीटें भाजपा ने जीतीं। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में जो मतदाता सूची थी, उसमें विधानसभा चुनाव के दौरान बदलाव किया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कहीं न कहीं गड़बड़ी हुई है।
राहुल गांधी का यह बयान कांग्रेस पार्टी के चुनावी संघर्ष के लिए एक नई दिशा को इंगीत करता है, जिसमें पार्टी चुनावों में ईमानदारी और पारदर्शिता की मांग कर रही है। उनका यह आरोप निर्वाचन आयोग पर सवाल उठाते हुए पार्टी के राजनीतिक आक्रामकता को दर्शाता है, जिसमें वह चुनावों के दौरान हुई गड़बड़ियों और धांधलियों का पर्दाफाश करने का प्रयास कर रहे हैं।
कांग्रेस की बैठक में पार्टी के अंदर भविष्य की दिशा और चुनावी रणनीतियों पर भी चर्चा की गई। सीडब्ल्यूसी की बैठक में 2025 के आगामी चुनावों के मद्देनजर पार्टी ने अपनी रणनीति को मजबूती से तैयार करने का संकल्प लिया। जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस की आगामी यात्रा – ‘संविधान बचाओ राष्ट्रीय पद यात्रा’ – एक महत्वपूर्ण आंदोलन होगी, जिसका उद्देश्य भारतीय संविधान की रक्षा करना है। इस यात्रा का उद्देश्य समाज में समानता, न्याय, और संविधान के प्रति सम्मान की भावना को जागृत करना है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि उनकी पार्टी ने हमेशा जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता दी है, और आगामी चुनावों में इस नीति को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। इस बैठक में कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी के भीतर एकजुटता की आवश्यकता पर भी बल दिया और अपने रणनीतिक दृष्टिकोण को मजबूत करने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया।
कुल मिलाकर, कर्नाटक के बेलगावी में आयोजित सीडब्ल्यूसी की बैठक कांग्रेस पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना साबित हो रही है। इस बैठक में कांग्रेस ने भविष्य की चुनावी रणनीतियों पर गंभीर चर्चा की, वहीं संविधान और न्याय के मुद्दों को प्रमुखता देते हुए अपने राजनीतिक एजेंडे को नई दिशा देने का प्रयास किया।