धान के उठाव के लिए अरवा के 3 राइस मिलर्स ने किया अनुबंध, कृषि क्षेत्र में नई दिशा की ओर कदम

धमतरी: अरवा क्षेत्र में तीन प्रमुख चावल मिलर्स ने मिलकर एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत वे किसानों से धान का उठाव करेंगे। यह अनुबंध क्षेत्रीय कृषि उत्पादकों और चावल मिलर्स के बीच की साझेदारी को मजबूत करेगा और किसानों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य दिलाने में मदद करेगा।

अनुबंध का उद्देश्य: यह अनुबंध मुख्यतः किसानों को उनके उत्पादों का शीघ्र उठाव और उचित कीमत सुनिश्चित करने के लिए किया गया है। मिलर्स, जो चावल प्रसंस्करण उद्योग में संलग्न हैं, अब धान खरीदने के लिए एक निश्चित योजना के तहत काम करेंगे। इससे न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि मिलर्स को भी अच्छे गुणवत्ता वाले धान की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिसे वे अपने मिलिंग प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल कर सकते हैं।

अनुबंध की शर्तें: इस अनुबंध में विभिन्न शर्तें और नियम शामिल हैं जो दोनों पक्षों के हितों की रक्षा करेंगे। चावल मिलर्स को किसानों से धान खरीदने के लिए विशेष दरों और मात्रा की सीमाएं तय की गई हैं। साथ ही, किसानों को समय पर भुगतान और किसी भी प्रकार के उत्पीड़न से बचाव की गारंटी दी गई है। इसके अलावा, धान के उठाव के लिए तय तिथियों और स्थानों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि आपूर्ति प्रक्रिया सुलभ और व्यवस्थित रहे।

किसान और मिलर्स के लिए लाभ: किसानों के लिए यह अनुबंध लाभकारी साबित होगा क्योंकि उन्हें अपने उत्पादों का भुगतान समय पर मिलेगा और उन्हें बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाव मिलेगा। मिलर्स को भी गुणवत्ता वाली धान मिल सकेगी, जो उनके उत्पादों के निर्माण के लिए आवश्यक है। यह सौदा दोनों पक्षों के लिए एक Win-Win स्थिति उत्पन्न करेगा।

प्रभाव: इस अनुबंध का प्रभाव स्थानीय कृषि उद्योग पर सकारात्मक रहेगा। इससे न केवल किसानों को फायदा होगा, बल्कि क्षेत्र में चावल मिलिंग उद्योग को भी मजबूती मिलेगी। इससे क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियाँ भी बेहतर होंगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

Leave a Comment