Government Of Meghalaya: राज्य-स्वामित्व वाली ओटीटी से रचनात्मक उद्योग को मिलेगा नया मोड़

Government Of Meghalaya: मेघालय सरकार के स्वामित्व वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म ने उत्तर-पूर्वी राज्य की रचनात्मक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, सरकार ने यह जानकारी दी। “हैलो मेघालय”, केरल के बाद दूसरा राज्य-स्वामित्व वाला ओटीटी प्लेटफॉर्म है, जिसे 11 जुलाई को लॉन्च किया गया था। पांच महीने के भीतर इस ऐप ने 3.14 लाख से अधिक डाउनलोड, लगभग दो लाख रजिस्ट्रेशन, हजारों व्यूज़, कंटेंट डाउनलोड और कंटेंट शेयरिंग रिकॉर्ड किए हैं।

इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य मेघालय के रचनात्मक उद्योगों को बढ़ावा देना और राज्य के कलाकारों, निर्माताओं और कंटेंट क्रिएटर्स को एक ऐसा मंच प्रदान करना है, जहाँ वे अपनी कला को दर्शकों तक पहुंचा सकें। हैलो मेघालय को राज्य सरकार द्वारा समर्थन प्राप्त है, और यह राज्य की संस्कृति, भाषा और कला को प्रचारित करने का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह पहल न केवल स्थानीय सामग्री को बढ़ावा देती है, बल्कि यह राज्य के रचनात्मक क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाती है।

“हैलो मेघालय” प्लेटफॉर्म का लांच होना मेघालय के डिजिटल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह प्लेटफॉर्म खासकर उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर लेकर आया है जो पहले अपने कंटेंट को अधिक व्यापक दर्शकों तक नहीं पहुँचा पाते थे। प्लेटफॉर्म ने राज्य के स्थानीय कलाकारों को अपनी कला और संस्कृति को डिजिटल रूप से प्रसारित करने का एक नया अवसर प्रदान किया है, और इसने न केवल मनोरंजन बल्कि शिक्षा और सूचना के क्षेत्र में भी कई संभावनाओं का द्वार खोला है।

इसकी सफलता का एक प्रमुख कारण इसका सरल उपयोगकर्ता इंटरफेस और स्थानीय भाषा समर्थन है। “हैलो मेघालय” प्लेटफॉर्म पर सामग्री को मेघालय की विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध कराया गया है, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोग इस ऐप का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा, ऐप के माध्यम से मेघालय की लोक कला, संगीत, और थिएटर जैसी पारंपरिक विधाओं को भी बढ़ावा मिल रहा है, जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में मदद कर रही हैं।

इस ऐप की बढ़ती लोकप्रियता और डाउनलोड संख्या यह दर्शाती है कि मेघालय की जनता ने इसे तेजी से अपनाया है। इसके माध्यम से, न केवल राज्य के कंटेंट क्रिएटर्स को एक नया मंच मिला है, बल्कि राज्य की पहचान और संस्कृति को भी एक वैश्विक स्तर पर प्रसारित करने का मौका मिल रहा है। सरकार का यह कदम राज्य में डिजिटल साक्षरता को भी बढ़ावा देने में सहायक साबित हो रहा है, क्योंकि यह राज्य के लोगों को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से जोड़ने में मदद कर रहा है।

हैलो मेघालय के माध्यम से, राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि मेघालय की स्थानीय संस्कृति और भाषा को उचित स्थान मिले। यह प्लेटफॉर्म राज्य के युवाओं को डिजिटल कौशल सीखने और उन कौशलों को अपने काम में लागू करने का अवसर भी प्रदान करता है। इसके परिणामस्वरूप, मेघालय के रचनात्मक उद्योगों में नए और युवा प्रतिभाओं का उभरना निश्चित है।

इस प्लेटफॉर्म की सफलता के पीछे एक मजबूत रणनीति है, जो स्थानीय कलाकारों और कंटेंट क्रिएटर्स को मंच प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें एक मजबूत डिजिटल नेटवर्क भी उपलब्ध कराती है। इसके जरिए राज्य सरकार मेघालय की कला, संस्कृति और भाषा को एक नए दृष्टिकोण से देखने और समझने का अवसर दे रही है। हैलो मेघालय की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि राज्य-स्वामित्व वाले ओटीटी प्लेटफॉर्मों का भविष्य उज्जवल है, और यह अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण बन सकता है।

Leave a Comment