India US relations: जो बाइडेन ने कहा, मनमोहन सिंह के कारण भारत-अमेरिका संबंध मजबूत हुए

India US relations: पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा शुरू हो गई है। उनका पार्थिव शरीर दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय से निगम बोध घाट के लिए ले जाया जा रहा है। उनकी अंतिम यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी है, जो उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए जुटी हुई है। डॉक्टर मनमोहन सिंह का निधन 27 दिसंबर 2024 की रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में हुआ था। वह 92 वर्ष के थे और देश के प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने दस वर्षों तक अपनी सेवाएं दीं।

मनमोहन सिंह की निधन की खबर ने देशभर में शोक की लहर दौड़ा दी है। उन्होंने भारत को आर्थिक सुधारों के नए रास्ते पर अग्रसर किया और देश की अंतरराष्ट्रीय स्थिति को मजबूत किया। उनकी नेतृत्व क्षमता और आर्थिक विशेषज्ञता को सभी राजनीतिक दलों ने सराहा। उनका योगदान न केवल भारतीय राजनीति में बल्कि दुनिया भर में भी याद किया जाएगा।

मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा के दौरान उनके परिवार के सदस्य, उनके साथी और देशभर से लोग उनका अंतिम सम्मान अर्पित करने पहुंचे। उनके परिवार में उनकी पत्नी गुरशरन कौर, तीन बच्चे और कई अन्य रिश्तेदार शामिल हैं। उनके योगदान को देखते हुए लोग उन्हें न केवल एक सक्षम नेता, बल्कि एक व्यक्ति के रूप में भी याद करते हैं, जिन्होंने अपने जीवन को निस्वार्थ रूप से देश की सेवा में समर्पित किया।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। व्हाइट हाउस से जारी बयान में कहा गया है, “भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर भारत के लोगों के दुख में जिल और मैं शामिल हैं। इस मुश्किल घड़ी में, हम उस विज़न के प्रति फिर से प्रतिबद्धता ज़ाहिर करते हैं जिसके लिए प्रधानमंत्री सिंह ने अपना पूरा जीवन समर्पित किया था।”

बाइडन ने कहा कि मनमोहन सिंह की रणनीतिक सोच और राजनीतिक साहस के कारण ही अमेरिका और भारत के बीच आज जो अभूतपूर्व स्तर का सहयोग है, वह संभव हो पाया। अमेरिका-भारत नागरिक परमाणु समझौते से लेकर भारत-प्रशांत क्षेत्र में पहली क्वाड बैठक आयोजित करने तक, उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए, जिनका असर आने वाली पीढ़ियों तक रहेगा।

मनमोहन सिंह के साथ उनके कार्यकाल के दौरान की कई यादें जुड़ी हुई हैं। 2008 में सीनेट फॉरेन रिलेशंस कमेटी के चेयरमैन और 2009 में उप राष्ट्रपति के रूप में उनकी अमेरिकी यात्रा के दौरान बाइडन से उनकी मुलाकात हुई थी। उन्होंने इस मुलाकात में कहा था कि “अमेरिका और भारत के संबंध दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण संबंध हैं।” बाइडन ने मनमोहन सिंह की देखरेख में भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी को बढ़ावा देने का जिक्र किया और कहा कि उनके प्रयासों से दोनों देशों के बीच गहरी मित्रता और सहयोग का मार्ग प्रशस्त हुआ।

मनमोहन सिंह को एक प्रतिबद्ध नौकरशाह के रूप में जाना जाता था, जिन्होंने हमेशा ईमानदारी और मेहनत के साथ अपने कार्यों को अंजाम दिया। उनके सरल और विनम्र स्वभाव ने उन्हें आम जनता से लेकर राजनेताओं तक हर किसी का प्रिय बना दिया था। उनकी प्रधानमंत्री के रूप में भूमिका न केवल भारतीय राजनीति में ऐतिहासिक थी, बल्कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी भारत का गौरव बढ़ाया।

उनकी मृत्यु ने देश को एक महान नेता से वंचित कर दिया है, लेकिन उनके विचार और कार्यों का प्रभाव हमेशा जीवित रहेगा। भारत और दुनिया भर के लोग उन्हें हमेशा एक सशक्त और प्रेरणादायक नेता के रूप में याद करेंगे, जिन्होंने अपनी नीतियों और दृष्टिकोण से देश के विकास की दिशा तय की।

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