Janjgir Champa: बलौदा के लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में आयोजित किया गया रक्तदान शिविर

Janjgir Champa: लाल बहादुर शास्त्री कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय बलौदा में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के पंचम दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दिन स्वैच्छिक रक्तदान का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के छात्रों और आसपास के युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

रक्तदान कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाना और लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व को समझाना था। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) परिवार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और शिविर के दिन को खास बनाने के लिए कई गतिविधियाँ आयोजित की।

कार्यक्रम के दौरान, रक्तदाताओं को सम्मानित करने के लिए यातायात पुलिस के डीएसपी ने उपस्थित होकर उन्हें हेलमेट और लर्निंग लाइसेंस देकर सम्मानित किया। यह सम्मान रक्तदाताओं के साहस और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को मान्यता देने के लिए था। इस अवसर पर भूपेंद्र पाटनवार, नीलकंठ यादव, योगेश, विद्या, अर्जुन, रवि प्रकाश सहित कुल 10 लोगों ने रक्तदान किया। रक्तदान से समाज के प्रति योगदान और इस नेक कार्य के प्रति युवाओं का उत्साह देखना बेहद प्रेरणादायक था।

इस शिविर में एक बौद्धिक सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें विशेषज्ञ वक्ताओं ने युवाओं को विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन दिया। वक्ता के रूप में हीरालाल यादव, जो कि मितानिन कार्यक्रम के ब्लॉक समन्वयक हैं, ने स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी और बताया कि स्वच्छता और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा बलराम यादव, जो कि बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खम्हरिया के प्राचार्य हैं, ने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों और इसके महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

नई शिक्षा नीति के बारे में जानकारी देने के लिए महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष डॉ. अब्दुल जावेद कुरैशी ने विस्तार से चर्चा की और बताया कि यह नीति देश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए बनाई गई है। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को अधिक व्यावहारिक और जीवन से जुड़ी शिक्षा दी जाएगी। इसके साथ ही भूपेंद्र ठाकुर ने नैतिक शिक्षा पर अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत किया, जिससे युवाओं को जीवन में सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया गया।

इस कार्यक्रम में सत्यनारायण कैवर्त्य भी उपस्थित थे, जिन्होंने समय की प्रासंगिकता पर अपने विचार साझा किए। सात दिवसीय विशेष शिविर में कार्यक्रम अधिकारियों के रूप में जगदीश पाटनवार, महिला इकाई के कार्यक्रम अधिकारी अनीता यादव, देव कुमार ठाकुर, भूपेंद्र पाटवार, नीलकंठ यादव, अमित मरावी, अरुण नेताम, शिवनंद साहू और शिवरार्थी के रूप में रवि जायसवाल, अजय श्रीवास, विनय पटेल, योगेश पटेल, भाग्यवान रूप सिंह, शम्मी, निखिल, राजकुमार, अनुप, संजना, पूजा, जगत, विनीता, रोशनी, शालिनी, सीमा, आचल, अंजु, प्रतिभा, अर्चना, हार्दिक आदि सभी उपस्थित थे। इन सभी ने इस शिविर को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।

इस सात दिवसीय शिविर का उद्देश्य न केवल युवाओं को समाज सेवा के प्रति जागरूक करना था, बल्कि उन्हें अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्यों का अहसास भी दिलाना था। रक्तदान जैसे नेक कार्यों के माध्यम से उन्होंने यह संदेश दिया कि हमें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। यह कार्यक्रम युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया और भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता महसूस की गई।

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