Mahasamund: एक बड़ी ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें जिले समेत कई अन्य जिलों से संबंधित ट्रेडिंग कंपनी द्वारा शेयर बाजार में निवेश और ऊंचे ब्याज का लालच देकर एक ही परिवार से 96 लाख रुपए की ठगी की गई। इस मामले में पुलिस ने चाचा-भतीजा के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है।
हालांकि, ठगी के शिकार लोगों ने प्रेस वार्ता के जरिए पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया है। उनका कहना है कि मुख्य आरोपी याद राम साहू, जो अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, पीड़ितों को धमकी दे रहा है। इस वजह से चेलक परिवार डरा और भयभीत है।
प्रेस वार्ता में ठगी के शिकार लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने केवल दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जबकि इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड बोधराम साहू नामक व्यक्ति है, जो एक शिक्षक है और वर्तमान में सुकमा बस्तर में निवास करता है। पीड़ितों ने इस घोटाले में सभी दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
यादराम साहू और उसके भतीजे टुकेश साहू की कहानी विश्वासघात और लालच का एक ऐसा उदाहरण है जिसने एक परिवार को तबाही के कगार पर ला खड़ा किया। पहले तो उन्होंने दोस्ती का रिश्ता निभाते हुए विश्वास जीता, लेकिन उसके बाद लालच का सहारा लेकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया। उनकी करतूतों ने उस परिवार को बैंक के भारी कर्ज के बोझ तले दबा दिया है, जिससे उबर पाना अब उनके लिए बेहद कठिन हो गया है। यह घटना बताती है कि कैसे दोस्ती और लालच का गलत इस्तेमाल किसी के जीवन को पूरी तरह बर्बाद कर सकता है।
यह मामला छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के तुमगांव थाना क्षेत्र का है, जहां ठगी का एक संगीन मामला सामने आया है। ग्राम भोरिंग के निवासी याद राम साहू, टूकेश कुमार साहू, चमन लाल साहू, बोधराम साहू और झलक राम साहू पर आरोप है कि उन्होंने महासमुंद नयापारा के रहने वाले शिव कुमार चेलक, उनके भाई और बेटे समेत परिवार के अन्य सदस्यों को बड़ी चालाकी से धोखा दिया।
पीड़ित चेलक परिवार का कहना है कि शुरुआत में इन आरोपियों ने उनसे दोस्ती की और फिर उन्हें लालच देकर अपनी साजिश का शिकार बना लिया। इसके परिणामस्वरूप, परिवार को करोड़ों रुपए के बैंक कर्ज में डूबना पड़ा।
पीड़ितों ने महासमुंद के एसपी और कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है। उनका आरोप है कि सरकारी नौकरी का लालच देकर इन आरोपियों ने करोड़ों की धोखाधड़ी की है और अब वे खुलेआम घूम रहे हैं। वहीं, चेलक परिवार न्याय की उम्मीद में पुलिस और प्रशासन के दफ्तरों के चक्कर काट रहा है, ताकि उनकी बैंक से ली गई कर्ज की राशि वापस मिल सके।
यह मामला जिले में चर्चा का विषय बन गया है और प्रशासन से त्वरित हस्तक्षेप की मांग की जा रही है।