Cyber Fraud: राजस्थान में बुजुर्ग से साइबर ठगी का खुलासा, 54 लाख की धोखाधड़ी में 2 आरोपी गिरफ्तार

Cyber Fraud: छत्तीसगढ़ की बिलासपुर साइबर पुलिस ने अलवर में एक महत्वपूर्ण छापेमारी की, जिसमें एक रिटायर्ड सरकारी अधिकारी से 54.3 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई तब की गई जब पुलिस को सूचना मिली कि ठगी के इस मामले में कुछ लोग शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक को अलवर से पकड़ा गया, जबकि दूसरा फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने फरार आरोपी की तलाश में विशेष अभियान चला रखा है और उसे जल्द गिरफ्तार करने की योजना बनाई है। मामले की जांच जारी है, और पुलिस ने ठगी के अन्य पहलुओं पर भी ध्यान देना शुरू कर दिया है।

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक बुजुर्ग से 54 लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। इस ठगी में अलवर के तीन युवक शामिल थे। बिलासपुर की एंटी क्राइम यूनिट ने शुक्रवार को अलवर पुलिस की मदद से दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, एक आरोपी अभी भी फरार है।

यह ठगी एक ऑनलाइन फर्जी निवेश योजना के जरिए की गई थी, जिसमें इन युवकों ने बुजुर्ग को एक आकर्षक निवेश का झांसा दिया था। ठगों ने बुजुर्ग से बड़ी राशि की मांग की और उनके बैंक खातों से पैसे ट्रांसफर करवा लिए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपी की तलाश जारी है।

इस तरह के मामलों में आमतौर पर साइबर अपराधी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं, जिससे victims को धोखा देना आसान हो जाता है। पुलिस ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है और ऐसे मामलों में सतर्कता बरतने की चेतावनी दी है।

पुलिस ने आरोपी को ट्रांजिक्ट रिमांड पर लिया, जांच जारी

बिलासपुर एंटी क्राइम यूनिट के निरीक्षक विजय चौधरी ने जानकारी दी कि बिलासपुर निवासी, सेंट्रल गर्वनमेंट से सेवानिवृत्त कर्मचारी जयसिंह चंदेल (71 वर्ष) ने जुलाई 2024 में 54 लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला दर्ज कराया था। बिलासपुर पुलिस ने तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया था।

हाल ही में, बिलासपुर पुलिस ने अलवर से दो और आरोपियों को पकड़ा और उन्हें न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने दोनों आरोपियों को बिलासपुर पुलिस को ट्रांजिक्ट रिमांड पर सौंप दिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से पहला निकुंज (20 वर्ष), पुत्र ताराचंद, निवासी फैमिली लाइन स्कीम नंबर तीन, जो एक सैलून में काम करता है। दूसरा आरोपी लक्ष्य (20 वर्ष), पुत्र बाबूलाल सैनी, निवासी साहब जोहड़ा, जो ऑपरेशन थिएटर से संबंधित डिप्लोमा कर रहा है। इन दोनों आरोपियों को उनके घर के पास से गिरफ्तार किया गया है। तीसरा आरोपी, गौरव, अभी फरार है।

इससे पहले पकड़े गए तीन आरोपियों में एक हरियाणा के सिरसा और दो राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के निवासी हैं।

ऐसी की थी ठगी: साइबर अपराधियों ने कैसे किया लाखों का घोटाला

यह घटना एक बुजुर्ग व्यक्ति के साथ साइबर ठगी का मामला है, जिसमें ठगों ने उनके साथ धोखाधड़ी की। साइबर ठगों ने पहले पीड़ित बुजुर्ग को फोन किया और उन्हें बताया कि उनका आधार कार्ड और मोबाइल नंबर मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल हो रहा है। इसके बाद, उन्होंने वॉट्सऐप के माध्यम से एक फर्जी FIR भेजी, जिसमें यह दावा किया गया कि इस मामले में ED (प्रवर्तन निदेशालय) की जांच चल रही है।

फिर, ठगों ने यह कहा कि पीड़ित के बैंक खातों की भी जांच की जाएगी, जिससे बुजुर्ग व्यक्ति डर गए। इसके बाद, ED और सुप्रीम कोर्ट के नाम पर फर्जी दस्तावेज भेजे गए और ठगों ने बुजुर्ग से 14 लाख 30 हजार रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए।

यह सुनिश्चित करने के बाद कि जांच पूरी हो चुकी है, ठगों ने यह भी दावा किया कि यह पैसे वापस कर दिए जाएंगे। फिर, उन्होंने म्यूचुअल फंड की जांच कराने के बहाने 35 लाख रुपए और ट्रांसफर करा लिए। इस प्रकार, एक बुजुर्ग व्यक्ति को साइबर ठगों ने अपने जाल में फंसा लिया और भारी रकम की ठगी कर ली।

बिलासपुर थाने में दर्ज हुआ नया मामला, पुलिस कर रही है जांच

यह घटना एक बुजुर्ग व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी और शोषण की है। आरोपियों ने बुजुर्ग को विभिन्न बहानों से दबाव में डालकर अलग-अलग तारीखों पर 10 लाख और 5 लाख रुपए जमा कराए। इसके बाद बार-बार फोन कर बुजुर्ग को परेशान किया गया, जिससे उसे शक हुआ। शक होने पर बुजुर्ग ने बिलासपुर थाने में मामला दर्ज कराया। आरोपियों ने मुंबई पुलिस का अधिकारी बनकर भी बुजुर्ग को धमकाया था। फिलहाल, बिलासपुर पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल जब्त कर लिए हैं और उनके बैंक खातों की जांच की जाएगी ताकि इस धोखाधड़ी के मामले का खुलासा किया जा सके।

Leave a Comment