Raigarh News: ठगी का शिकार हुई स्कूल अकाउंटेंट, 4 हजार की हुई हेराफेरी

Raigarh News: ऑनलाइन ठगी के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं, और इस बार भी एक नया तरीका सामने आया है, जिसने एक शिक्षा संस्थान के कर्मचारियों को भी अपनी जाल में फंसा लिया। यह मामला रायगढ़ के कोतवाली थाना क्षेत्र का है, जहां एक स्कूल के स्टाफ से ऑनलाइन ठगी की घटना घटित हुई।

यह ठगी उस समय हुई जब एक अनजान कॉलर ने स्कूल की फीस जमा करने के नाम पर स्कूल के अकाउंट से 54 हजार रुपए उड़ा लिए। इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या ऑनलाइन लेन-देन के दौरान आपकी सुरक्षा पूरी तरह से सुरक्षित है, खासकर तब जब आप गूगल पे, पेटीएम, या फोन पे जैसे ऐप्स से किसी अनजान नंबर से बात कर रहे होते हैं।

रायगढ़ के राजीव नगर स्थित न्यू होराइजन स्कूल में यह घटना घटी। स्कूल की स्टाफ सदस्य गीतिका यादव, जो अकाउंट विभाग में काम करती हैं, को एक अजनबी का फोन आया। कॉलर ने खुद को स्कूल से संबंधित बताते हुए कहा कि एक चौथी क्लास के छात्र की फीस ऑनलाइन जमा करनी है। गीतिका ने इस बात का जवाब दिया कि स्कूल में कोई चौथी क्लास का छात्र उस नाम से नहीं पढ़ रहा है, लेकिन कॉलर ने उन्हें विश्वास दिलाया और बातचीत के दौरान उन्हें अपने जाल में फंसा लिया।

कॉल के दौरान गीतिका ने न तो कोई ओटीपी (OTP) साझा किया और न ही किसी ऐप को डाउनलोड किया, फिर भी जैसे ही वह कॉल कर रही थी, उसके गूगल पे से 54 हजार रुपए निकलने का मैसेज आया। यह सब कुछ बिना किसी चेतावनी के हुआ, जिससे गीतिका पूरी तरह से चौंक गईं और उन्होंने तुरंत कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। यह घटना ऑनलाइन ठगी की एक नई दिशा को उजागर करती है, जिसमें ठग केवल फोन कॉल के जरिए भी आपकी मेहनत की कमाई उड़ा सकते हैं।

इस घटना ने यह भी साबित कर दिया है कि ऑनलाइन लेन-देन करते समय कितनी सतर्कता जरूरी है। आमतौर पर लोग यह मानते हैं कि केवल ओटीपी या ऐप डाउनलोड करने से ही ठगी हो सकती है, लेकिन इस मामले में तो बिना किसी ओटीपी के और बिना किसी ऐप को डाउनलोड किए भी ठग ने पैसे उड़ा लिए। सायबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, हालांकि यह स्थिति असामान्य है, लेकिन यह घटना यह दर्शाती है कि तकनीकी सुरक्षा के बावजूद ठगी के नए तरीके विकसित हो रहे हैं।

अब सवाल यह उठता है कि क्या हम बिना सतर्क हुए फोन पे, गूगल पे, या पेटीएम जैसे ऐप्स के माध्यम से बात करते हुए सुरक्षित हैं? क्या ठग अब केवल नंबर के आधार पर हमारे खाते में पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं? विशेषज्ञों का कहना है कि सामान्य परिस्थितियों में ऐसा होना संभव नहीं है, लेकिन इस मामले में कुछ अलग ही देखने को मिला।

इस घटना ने ऑनलाइन भुगतान और लेन-देन के लिए नए दिशा-निर्देशों की आवश्यकता को भी उजागर किया है। सायबर सुरक्षा के उपायों को समझना और उन्हें लागू करना अब पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गया है। इसलिए, यदि आप किसी अनजान नंबर से बात कर रहे हैं या किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो हमेशा सावधान रहें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि का पता चलते ही तुरंत रिपोर्ट करें और अपने खातों की सुरक्षा को लेकर जागरूक रहें।

अंत में, यह घटना हमें यह सिखाती है कि ऑनलाइन सुरक्षा केवल टेक्नोलॉजिकल उपायों तक सीमित नहीं है, बल्कि हमें अपनी खुद की सतर्कता और समझदारी से भी अपनी मेहनत की कमाई को बचाना होगा।

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