SARKARI YOJANA: NMMS भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक राष्ट्रीय स्तर की छात्रवृत्ति योजना है, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन मेधावी छात्रों को कक्षा 9 से 12 तक पढ़ाई के लिए वित्तीय सहायता देना है। इस योजना को मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा संचालित किया जाता है।
इस स्कॉलरशिप का मुख्य उद्देश्य गरीब और मेधावी छात्रों को स्कूल छोड़ने से रोकना और उन्हें उच्च शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करना है।
छात्रवृत्ति की राशि:
हर वर्ष चयनित छात्र को ₹12,000 प्रति वर्ष (₹1,000 प्रति माह) की स्कॉलरशिप दी जाती है, जो कि कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक के लिए होती है।
योग्यता :
छात्र सरकारी/सरकारी सहायता प्राप्त/स्थानीय निकाय के स्कूल में कक्षा 8 में पढ़ रहा हो।
परिवार की वार्षिक आय ₹3.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
छात्र ने कक्षा 7 की परीक्षा कम से कम 55% अंकों से पास की हो (SC/ST छात्रों के लिए 50%)।
छात्र को NMMS परीक्षा में सफल होना जरूरी है।
NMMS परीक्षा का प्रारूप :
NMMS परीक्षा दो भागों में होती है:
MAT (Mental Ability Test) – मानसिक योग्यता परीक्षा
SAT (Scholastic Aptitude Test) – शैक्षणिक योग्यता परीक्षा
प्रश्न प्रकार: बहुविकल्पीय (Multiple Choice Questions – MCQs)
समय: प्रत्येक सेक्शन के लिए 90 मिनट
भाषा: राज्य के अनुसार (हिंदी, अंग्रेजी या स्थानीय भाषा)
आवेदन प्रक्रिया :
आवेदन एनएसपी पोर्टल (National Scholarship Portal – https://scholarships.gov.in) के माध्यम से किया जाता है।
स्कूल के प्रधानाचार्य से सत्यापित दस्तावेज़ों को अपलोड करना होता है।
आवेदन की तिथि राज्य सरकार द्वारा तय की जाती है, इसलिए स्थानीय शिक्षा विभाग की वेबसाइट से जानकारी लेना ज़रूरी है।
जरूरी दस्तावेज़:
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आय प्रमाण पत्र
- पिछले कक्षा की मार्कशीट
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की कॉपी
- विद्यालय से प्रमाण पत्र
चयन प्रक्रिया:
राज्य द्वारा आयोजित की गई NMMS परीक्षा में सफल होने के बाद ही छात्र का चयन होता है। इसके बाद स्कॉलरशिप की राशि डायरेक्ट बैंक खाते में भेजी जाती है (DBT के ज़रिए)।
महत्वपूर्ण बातें:
- छात्र को हर साल स्कॉलरशिप जारी रखने के लिए अच्छे अंक लाने होते हैं।
- छात्र की उपस्थिति 75% से अधिक होनी चाहिए।
- प्राइवेट स्कूल के छात्र इस स्कॉलरशिप के लिए योग्य नहीं होते।