SARKARI YOJANA: सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 योजना

SARKARI YOJANA: भारत सरकार ने सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 योजना की शुरुआत महिला और बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत की है। यह योजना पहले से चल रही समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) को और अधिक सशक्त बनाने के लिए बनाई गई है। इस योजना का उद्देश्य देश में कुपोषण को समाप्त करना, आंगनवाड़ी सेवाओं को आधुनिक बनाना और गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों के पोषण स्तर में सुधार करना है।

योजना का उद्देश्य:

बच्चों का संपूर्ण विकास: जन्म से 6 वर्ष तक के बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देना।

पोषण में सुधार: कुपोषण, अल्पपोषण और एनीमिया जैसी समस्याओं को दूर करना।

माताओं का पोषण: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पर्याप्त पोषण प्रदान करना।

आंगनवाड़ी का सशक्तिकरण: आंगनवाड़ी केंद्रों को स्मार्ट और आधुनिक बनाना।

समुदाय की भागीदारी: पोषण अभियान में समाज की भागीदारी सुनिश्चित करना।

मुख्य घटक:

इस योजना को तीन भागों में विभाजित किया गया है:

पोषण अभियान

  • कुपोषण को कम करने और संतुलित आहार को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित।
  • गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों को पूरक पोषण देना।
  • स्थानीय स्तर पर पोषण संबंधी जागरूकता अभियान चलाना।

आंगनवाड़ी सेवाओं का आधुनिकीकरण

  • आंगनवाड़ी केंद्रों को “सक्षम आंगनवाड़ी” में बदला जाएगा।
  • इन केंद्रों में प्रौद्योगिकी का उपयोग, डिजिटल शिक्षा और बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाया जाएगा।
  • आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग और स्मार्टफोन/टैबलेट जैसे उपकरण दिए जाएंगे।

तीन विशेष योजनाएं

इस योजना के तहत तीन प्रमुख उप-योजनाएं शामिल हैं:

पोषण अभियान – महिलाओं और बच्चों के पोषण में सुधार लाना।

बाल पोषण योजना – शिशुओं और छोटे बच्चों को पर्याप्त पोषण देना।

महिला और किशोरी पोषण योजना – किशोरियों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं का पोषण बढ़ाना।

लाभार्थी कौन हैं?

0-6 वर्ष के बच्चे
गर्भवती महिलाएं
स्तनपान कराने वाली माताएं
किशोर लड़कियां
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता

योजना की विशेषताएँ:

सक्षम आंगनवाड़ी: 21वीं सदी के आधुनिक आंगनवाड़ी केंद्र, जो तकनीक से लैस होंगे।
डिजिटल मॉनिटरिंग: मोबाइल ऐप और पोषण ट्रैकर के जरिए निगरानी।
स्थानीय भोजन पर ध्यान: बच्चों और महिलाओं को उनके क्षेत्र के अनुकूल पोषक आहार दिया जाएगा।
स्वास्थ्य और शिक्षा का तालमेल: बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल एक साथ प्रदान की जाएगी।

निष्कर्ष:

सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 योजना भारत में महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य व पोषण को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना कुपोषण से लड़ने, आंगनवाड़ी सेवाओं को डिजिटल और आधुनिक बनाने तथा बच्चों के समग्र विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगी।

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