School Closed News: देशभर में बढ़ती शीतलहर ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इस कड़ी में कई जिलों के जिलाधिकारी (डीएम) ने स्कूलों के संचालन में बदलाव करने का आदेश दिया है। अब बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों के समय में परिवर्तन किया जाएगा। शीतलहर के प्रभाव से बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए स्कूलों में हीटर की व्यवस्था भी की जाएगी।
इसके अलावा, कुछ राज्यों में सर्दी के कारण स्कूलों की छुट्टियों में भी वृद्धि की गई है। कई जिलों में ऑनलाइन क्लासेस की व्यवस्था शुरू की गई है, ताकि बच्चों की पढ़ाई बिना किसी रुकावट के चलती रहे, लेकिन सर्दी के चलते वे घरों से बाहर न निकलें।
राज्य सरकारों ने बच्चों की सेहत और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और शीतलहर से बचाव के लिए यह कदम उठाए हैं। कई राज्य, जैसे उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और बिहार में शीतलहर के कारण स्कूलों में छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं, ताकि बच्चों को कड़ी ठंड से बचाया जा सके।
जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने शीतलहर और गिरते तापमान के कारण बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूली छुट्टियों को बढ़ाने का आदेश दिया है। अब यह छुट्टियाँ 14 जनवरी तक रहेंगी। हालांकि, बच्चों की पढ़ाई में कोई विघ्न न आए, इसके लिए जिलाधिकारी ने ऑनलाइन कक्षाओं को संचालित करने की अनुमति भी दी है। इस निर्णय से बच्चों को सर्दी से बचने के साथ ही उनकी शिक्षा भी जारी रहेगी।
ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने की आवश्यकता शिक्षकों को दिए गए नए दिशा-निर्देश:
लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई चल रही है, वहां ऑनलाइन कक्षाओं को प्राथमिकता दी जाए। उनका यह कदम ठंड के मौसम में छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इसके अतिरिक्त, कक्षाओं के भीतर तापमान नियंत्रित रखने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे। डीएम ने यह आदेश भी दिया कि कक्षाओं में हीटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि छात्रों और शिक्षकों को ठंड से कोई परेशानी न हो। यह कदम शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के भौतिक और मानसिक कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
स्कूल टाइमिंग में बदलाव:
डीएम ने स्कूलों के टाइमिंग में बदलाव करते हुए आदेश दिया है कि अब सभी स्कूल सुबह 10 बजे से शाम 3 बजे तक संचालित होंगे। इस निर्णय के तहत, बढ़ती ठंड को ध्यान में रखते हुए बच्चों के लिए यूनिफॉर्म पहनने की अनिवार्यता भी समाप्त कर दी गई है। अब छात्र अपनी सुविधा और मौसम के अनुसार गर्म कपड़े पहन सकते हैं। यह कदम छात्रों की सेहत और आराम को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
यूपी में शीतलहर का प्रकोप तापमान में भारी गिरावट:
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर का प्रभाव लगातार बना हुआ है, जिससे ठंड में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। लखनऊ और आसपास के जिलों में सर्दी की चपेट में आने के कारण स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई राज्य सरकारें छुट्टियों को बढ़ाने का निर्णय ले रही हैं। इस संबंध में, कुछ जिलों में 16 जनवरी तक स्कूल बंद रहेंगे, जबकि कुछ स्थानों पर यह छुट्टियां फरवरी तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। यह कदम बच्चों को शीतलहर से बचाने के लिए उठाया गया है।
बच्चों के स्वास्थ्य के लिए प्राथमिकताएँ:
जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि बच्चों के समग्र विकास और उनकी भलाई के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए, स्कूलों में सभी प्रकार की सुविधाओं और सुविधाजनक माहौल को सुनिश्चित करने के लिए स्कूल प्रशासन को निर्देशित किया गया है। उनका उद्देश्य है कि बच्चों को एक सुरक्षित, स्वस्थ और अच्छे वातावरण में शिक्षा प्राप्त हो, जिससे उनका मानसिक और शारीरिक विकास सही तरीके से हो सके।
ठंड की लहर ने बढ़ाई मुश्किलें, अन्य राज्यों में भी घोषित हुईं छुट्टियां:
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और शीतलहर के चलते कई राज्य सरकारों ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों में भी स्कूलों की छुट्टियाँ घोषित की गई हैं। दिल्ली और राजस्थान में कुछ स्कूलों को फरवरी तक बंद रखने का फैसला किया गया है। इन कदमों का उद्देश्य बच्चों को ठंड से होने वाली संभावित स्वास्थ्य समस्याओं से बचाना है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इन राज्यों में शीतलहर के प्रभाव को देखते हुए बच्चों की सेहत को प्राथमिकता दी जा रही है, और साथ ही उनके लिए गर्म कपड़े पहनने की सलाह भी दी जा रही है।